loksabha election results 2024 : बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती ने लोकसभा चुनाव में अपने दल के खराब प्रदर्शन के बाद मुस्लिमों से बेहद नाराज हैं। उन्होंने कहा कि विभिन्न चुनावों में उचित प्रतिनिधित्व देने के बावजूद मुस्लिम समाज बसपा को ठीक से नहीं समझ पा रहा है। पार्टी भविष्य में होने वाले चुनावों में बहुत सोच समझ कर ही मुसलमानों को मौका देगी।
ALSO READ: एडीएम ने जानबूझकर हरा दिया, अलीगढ़ के सपा प्रत्याशी विजेंद्र सिंह ने लगाया आरोप
गौरतलब है कि इस साल लोकसभा चुनाव में बसपा ने 400 से ज्यादा सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े किए। लेकिन मायावती की पार्टी का लोकसभा चुनावों में खाता भी नहीं खुल सका। 2019 में पार्टी ने 10 लोकसभा सीटें जीती थी। इससे पहले 2014 के लोकसभा चुनाव में भी उसे एक भी सीट नहीं मिली थी।
मायावती ने कहा कि उनकी पार्टी चुनाव परिणाम का हर स्तर पर गहन विश्लेषण करेगी और दल तथा उसके अभियान के हित में जो भी जरूरी होगा, उसे लेकर ठोस कदम उठाएगी। उन्होंने पार्टी का समर्थन करने के लिए दलित वर्ग में, खासकर जाटव समाज का आभार प्रकट किया मगर मुस्लिम समाज के प्रति नाराजगी भी जाहिर की। पार्टी ने लोकसभा चुनाव में सबसे ज्यादा 35 मुस्लिम उम्मीदवारों को टिकट दिए थे।
मायावती ने कहा कि बहुजन समाज पार्टी का खास अंग मुस्लिम समाज जो पिछले कई चुनावों में व इस बार भी लोकसभा चुनाव में उचित प्रतिनिधित्व देने के बावजूद बसपा को ठीक से नहीं समझ पा रहा है। अब ऐसी स्थिति में आगे इनको काफी सोच समझ के ही चुनाव में पार्टी द्वारा मौका दिया जायेगा ताकि पार्टी को भविष्य में इस बार का तरह नुकसान ना हो।
लोकसभा चुनाव के मंगलवार को घोषित नतीजे में उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी ने सबसे ज्यादा 37 सीटें जीतीं। उसकी गठबंधन सहयोगी कांग्रेस को भी 6 सीटें मिलीं। मुस्लिम समाज परंपरागत रूप से सपा का मतदाता माना जाता है और माना जा रहा है कि इस बार भी मुस्लिम समाज का ज्यादातर वोट सपा और कांग्रेस को ही मिला है।
ALSO READ: सरकार तो बन जाएगी, लेकिन इन 5 चुनौतियों से कैसे लड़ेंगे पीएम मोदी?
मायावती ने कहा कि लोकसभा चुनाव का जो भी व जैसा भी नतीजा आया है वह लोगों के सामने है, और उन्हें ही अब देश के लोकतंत्र, संविधान व देशहित आदि के बारे में सोचना और फैसला करना है कि यह जो चुनाव परिणाम आया है उसका आगे उन सबके जीवन पर क्या असर पड़ने वाला है तथा उनका अपना भविष्य कितना शान्त, समृद्ध व सुरक्षित रह पाएगा?
Edited by : Nrapendra Gupta