नई दिल्ली। कांग्रेस ने एलपीजी, सीएनजी तथा पीएनजी की दरों में बढ़ोतरी को मोदी सरकार की जनविरोधी नीति करार दिया और कहा कि इसका परिवहन, उर्वरक तथा ऊर्जा क्षेत्र में बुरा असर पड़ेगा।
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने सोमवार को यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सरकार ने सीएनजी की दर 1.70 तथा पीएनजी की दर 1.30 रुपए प्रति किलो बढ़ाकर आम आदमी की जेब पर डाका डाला है और उसके समक्ष संकट खड़ा कर दिया है। इससे न सिर्फ परिवहन लागत बढ़ेगी बल्कि बिजली दरों के साथ ही यूरिया एवं उर्वरक की लागत भी बढ़ जाएगी और सभी वर्ग के लोगों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि सब्सिडी वाले रसोई गैस सिलेंडर की कीमत मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद से 90 प्रतिशत बढ़ चुकी है। मई 2014 में 1 सिलेंडर की कीमत 412 रुपए थी लेकिन सितंबर 2018 तक इसकी कीमत में 502 रुपए प्रति सिलेंडर की बढ़ोतरी की गई है। उन्होंने मोदी सरकार को जनविरोधी करार दिया और कहा कि वह बेरहमी से लोगों का दमन कर रही है।
खेड़ा ने कहा कि एलपीजी लूट में लगी मोदी सरकार ने गैर सब्सिडी वाले रसोई गैस की कीमतों में भी भारी वृद्धि की है। इस सरकार के सत्ता आने के बाद से पिछले 52 माह के दौरान गैर सब्सिडी वाले 14.2 किलो के 1 सिलेंडर की कीमत 399 रुपए बढ़ गई है। मई 2014 में रसोई गैस के सिलेंडर की दर 414 रुपए थी लेकिन अक्टूबर 2018 में यह 831 रुपए प्रति सिलेंडर पहुंच गई है।
प्रवक्ता ने कहा कि सीएनजी और पीएनजी की कीमत इस सरकार ने 1 माह के दौरान 2 बार बढ़ाई है। इससे पहले 30 अगस्त को सीएनजी की दर में 2.63 रुपए बढ़ाई थी। इसी तरह से पीएनजी की कीमत 2.41 रुपए बढ़ाई गई थी।