Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री मदनलाल खुराना का पार्थिव शरीर पंचतत्व में विलीन

हमें फॉलो करें दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री मदनलाल खुराना का पार्थिव शरीर पंचतत्व में विलीन
, सोमवार, 29 अक्टूबर 2018 (08:49 IST)
नई दिल्ली। दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री मदनलाल खुराना को रविवार को देश और दिल्ली की जनता ने नम आंखों के साथ अंतिम विदाई दी और उनके अंतिम संस्कार में विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने दिवंगत नेता को भावभीनी श्रद्धांजलि दी। राजधानी के यमुना स्थित निगम बोध घाट पर खुराना के पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार उनके परिवार के सदस्यों की मौजूदगी में किया गया।


खुराना के अंतिम संस्कार के समय भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन, वीके मल्होत्रा, विजय गोयल, मनोज तिवारी, दुष्यंत कुमार गौतम, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जगदीश टाइटलर, सज्जन कुमार, मुकेश शर्मा, दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, आम आदमी पार्टी के इमरान हुसैन तथा कई अन्य नेता मौजूद थे।

खुराना की अंतिम यात्रा दिल्ली के पंत मार्ग स्थित पार्टी कार्यालय से शुरू हुई। पार्टी के झंडे में लिपटे उनके पार्थिव शरीर को निगम बोध घाट ले जाया गया। उनकी इस अंतिम यात्रा में बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ताओं  और समर्थकों ने हिस्सा लिया। खुराना के पार्थिव शरीर को ले जा रहे वाहन पर भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष मनोज तिवारी, केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन, वरिष्ठ नेता विजय गोयल और खुराना परिवार के सदस्य मौजूद थे और पीछे-पीछे पार्टी कार्यकर्ताओं का काफिला चल रहा था।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उपराष्ट्रपति वैंकेया नायडू, वित्तमंत्री अरुण जेटली, गृहमंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद, प्रवेश वर्मा तथा साध्वी निरंजना ज्योति ने खुराना को श्रद्धांजलि दी। इसके अलावा कांग्रेस नेता जगदीश टाइटलर और दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भी उन्हें श्रद्धांजलि दी। विभिन्न दलों के नेताओं और पार्टी कार्यकर्ताओं ने खुराना की पत्नी, पुत्र, पौत्र और परिवार के अन्य सदस्यों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं।

खुराना का शनिवार रात करीब 11 बजे लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया था। वे 1993 से 1996 तक दिल्ली के मुख्यमंत्री और कुछ समय के लिए राजस्थान के राज्यपाल रहे थे। (वार्ता)

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

अयोध्या में राम जन्मभूमि को तीन हिस्सों में बांटे जाने के विवाद पर सुप्रीम कोर्ट में अहम सुनवाई