मुंबई। महाराष्ट्र विधानसभा में स्पीकर चुनाव से पहले शिवसेना ने पार्टी विधानमंडल के दफ्तर को सील कर दिया गया। दफ्तर के बाहर मराठी भाषा में लिखा नोटिस चस्पा किया गया है।
शिवसेना के स्पीकर प्रत्याशी राजन साल्वी विधान परिषद के उप सभापति निलम गोर्हे के ऑफिस में बैठे हैं। नोटिस में लिखा गया है कि यह कार्यालय शिवसेना विधायी दल के निर्देश पर सील किया गया है।
शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने कहा कि हमने विधानसभा में शिवसेना का दफ्तर बंद कर दिया है। हम सदन में साथ जाएंगे। दफ्तर की चाभी हमारे पास है। उन्होंने हमारे कुछ MLA को बंद कर रखा है।
अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए शिवसेना के नेता और उद्धव ठाकरे के करीबी राजन साल्वी शिवसेना-राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा)-कांग्रेस के संयुक्त उम्मीदवार हैं, जो पहली बार विधायक बने भाजपा उम्मीदवार राहुल नार्वेकर को चुनौती देंगे।
उल्लेखनीय है कि एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में बड़ी संख्या में शिवसेना विधायकों ने बगावत कर दी थी। भाजपा के समर्थन से एकनाथ शिंदे सीएम चुन लिए गए। उन्हें सोमवार को फ्लोर टेस्ट का सामना करना पड़ा। शिवसेना और शिंदे गुट के बीच असली शिवसेना को लेकर भी जंग चल रही है।
किसके पास कितनी ताकत : शिंदे के पास 288 सदस्यीय सदन में निर्दलीय और छोटे दलों के 10 विधायकों तथा भाजपा के 106 विधायकों का समर्थन है।
विधानसभा में शिवसेना के पास 55, राकांपा के पास 53, कांग्रेस के पास 44, भाजपा के पास 106, बहुजन विकास आघाड़ी के पास 3, समाजवादी पार्टी के पास 2, ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के पास 2, प्रहार जनशक्ति पार्टी के पास 2, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के पास 1, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के पास 1, शेतकरी कामगार पार्टी के पास 1, स्वाभिमानी पक्ष के पास 1, राष्ट्रीय समाज पक्ष के पास 1, जनसुराज्य शक्ति पार्टी के पास 1, क्रांतिकारी शेतकारी पार्टी के पास 1 और 13 निर्दलीय विधायक हैं। शिवसेना विधायक रमेश लटके का मई में निधन हो जाने के कारण एक पद रिक्त है।
राकांपा के 2 नेता अजीत पवार और छगन भुजबल कोरोना वायरस से संक्रमित हैं, जबकि पार्टी के 2 अन्य विधायक अनिल देशमुख और नवाब मलिक वर्तमान में जेल में हैं। हालांकि देशमुख और मलिक को फ्लोर टेेेेस्ट में वोट डालने की अनुमति मिल गई है।