उद्धव ठाकरे ने मंत्रियों को किया विभागों का बंटवारा, क्यों नाराज हुआ कांग्रेस विधायक?

Webdunia
रविवार, 5 जनवरी 2020 (09:06 IST)
मुंबई। महाराष्‍ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मंत्रियों को विभागों का बंटवारा कर दिया है। अजित पवार को वित्त मंत्रालय दिया गया है वहीं एनसीपी के अनिल देशमुख को महाराष्ट्र का गृहमंत्री बनाया गया है। विभागों के बंटवारे के बाद भी गठबंधन सरकार की मुश्किलें खत्म नहीं हुई है।
 
कैबिनेट में जगह न मिलने से नाराज कांग्रेस विधायक कैलाश गोरंट्याल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। गोरंट्याल ने पार्टी अध्यक्ष को अपना इस्तीफा भेज दिया है। उन्होंने कहा कि मैं ‍लगातार तीसरी बार जालना से विधायक चुना गया हूं। मैंने अपने लोगों के लिए काम किया है। फिर भी मुझे मंत्री नहीं बनाया गया।
 
किसे मिला कौन सा मंत्रालय : कांग्रेस नेता बालासाहेब थोराट को राजस्व विभाग, अशोक चव्हाण को PWD और शिवसेना के एकनाथ शिंदे को शहरी विकास मंत्रालय की कमान सौंपी गई है।
 
एनसीपी के जयंत पाटिल को जल संसाधन (सिंचाई), छगन भुजबल को फूड और सिविल सप्लाई, दिलिप वाल्से पाटिल को एक्साइज एंड लेबर, जितेंद्र अवहाद को आवास, राजेश तोपे को स्वास्थ्य, राजेंद्र शिंगने को खाद्य एवं औषधि प्रशासन, धनंजय मुंडे को सामाजिक न्याय मंत्रालय दिया गया है।
 
शिवसेना के आदित्य ठाकरे को पर्यावरण, पर्यटन, एकनाथ शिंदे को नगर विकास, सुभाष देसाई को उद्योग, संजय राठोड़ को वन, दादा भुसे को कृषि, अनिल परब को परिवहन, संसदीय कार्य, संदीपान भुमरे को रोजगार हमी, शंकरराव गडाख को जल संरक्षण, उदय सामंत को उच्च व तकनीकी शिक्षा मंत्रालय दिया गया है।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

महाराष्ट्र में कौनसी पार्टी असली और कौनसी नकली, भ्रमित हुआ मतदाता

Prajwal Revanna : यौन उत्पीड़न मामले में JDS सांसद प्रज्वल रेवन्ना पर एक्शन, पार्टी से कर दिए गए सस्पेंड

क्या इस्लाम न मानने वालों पर शरिया कानून लागू होगा, महिला की याचिका पर केंद्र व केरल सरकार को SC का नोटिस

MP कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और MLA विक्रांत भूरिया पर पास्को एक्ट में FIR दर्ज

टूड्रो के सामने लगे खालिस्तान जिंदाबाद के नारे, भारत ने राजदूत को किया तलब

कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने वालों को साइड इफेक्ट का कितना डर, डॉ. रमन गंगाखेडकर से जानें आपके हर सवाल का जवाब?

Covishield Vaccine से Blood clotting और Heart attack पर क्‍या कहते हैं डॉक्‍टर्स, जानिए कितना है रिस्‍क?

इस्लामाबाद हाई कोर्ट का अहम फैसला, नहीं मिला इमरान के पास गोपनीय दस्तावेज होने का कोई सबूत

पुलिस ने स्कूलों को धमकी को बताया फर्जी, कहा जांच में कुछ नहीं मिला

दिल्ली-NCR के कितने स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी, अब तक क्या एक्शन हुआ?

अगला लेख