नई दिल्ली। मेटा ने ऑनलाइन गतिविधियों की जासूसी करने वाली सात इकाइयों को अक्षम कर दिया है, जिसमें भारत की एक कंपनी शामिल है। ये इकाइयां 100 देशों में अपने ग्राहकों के लिए नेताओं, चुनाव अधिकारियों, मानवाधिकार कार्यकर्ताओं और मशहूर हस्तियों को निशाना बना रही थीं।
निगरानी या जासूसी के लिए शुल्क लेकर सेवाएं (सर्विलेंस-फॉर-हायर) देने वाली ये कंपनियां इंटरनेट पर लोगों को खुफिया जानकारी जुटाने, तथ्यों को तोड़ने-मरोड़ने और उनके उपकरणों एवं खातों में सेंध लगाने के लिए लक्षित करती हैं। ये कंपनियां चीन, इजराइल, भारत और उत्तरी मैसेडोनिया में स्थित हैं।
सोशल मीडिया की दिग्गज कंपनी मेटा (पूर्व में फेसबुक) 100 से अधिक देशों में लगभग 50,000 लोगों को चेतावनी संदेश (अलर्ट) भेज रही है, जिनके बारे में उसे लगता है कि वे इनमें से एक या अधिक संस्थाओं द्वारा लक्षित थे।
इन सात कंपनियों में बेलट्रॉक्स (भारत), साइट्रोक्स (उत्तर मैसेडोनिया), कोबवेब्स टेक्नोलॉजीज, कॉगनिट, ब्लैक क्यूब एवं ब्लूहॉक सीआई (इजराइल) तथा चीन की एक अज्ञात इकाई शामिल हैं।