चेन्नई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने गुरुवार को तमिलनाडु को कई बड़ी सौगातें दीं। प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्री एमके स्टालिन की मौजूदगी में 31,000 करोड़ के कुल 11 परियोजनाओं का शिलान्यास किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि हम यहां तमिलनाडु विकास यात्रा के एक और शानदार क्षेत्र का जश्न मनाने के लिए एकत्र हुए हैं तो वहीं सीएम एमके स्टालिन ने द्राविड़िन मॉडल से तमिलनाडु के विकास का जिक्र किया।
स्टालिन (MK Stalin) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने हिन्दी की तरह तमिल (Tamil) को भी आधिकारिक भाषा बनाने की मांग की। मुख्यमंत्री ने कहा कि तमिल को हिन्दी की तरह आधिकारिक भाषा और मद्रास उच्च न्यायालय में भी आधिकारिक भाषा बनाया जाए। साथ ही उन्होंने तमिलनाडु को राष्ट्रीय चिकित्सा प्रवेश परीक्षा NEET से अलग करने की मांग भी की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को तमिलनाडु की सराहना एक विशेष स्थान के रूप में की और तमिल भाषा को शाश्वत तथा तमिल संस्कृति को वैश्विक बताया। पूरी हुईं नई परियोजनाओं का उद्घाटन करने और सड़क, रेलवे तथा आवास क्षेत्रों में नई परियोजनाओं की आधारशिला रखने के बाद अपने संबोधन में मोदी ने तमिल की प्रशंसा में राष्ट्रवादी कवि सुब्रमण्य भारती की एक लोकप्रिय कविता का जिक्र किया और कहा कि हर क्षेत्र में तमिलनाडु के किसी व्यक्ति ने अग्रणी भूमिका निभाने का कार्य किया।
मोदी ने कहा कि हाल में उन्होंने अपने आवास पर भारतीय डीफलिंपिक दल की मेजबानी की थी। उन्होंने कहा कि इस बार टूर्नामेंट में यह भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था। प्रधानमंत्री ने कहा कि क्या आप जानते हैं कि हमने जो 16 पदक जीते हैं, उनमें से छह पदकों में तमिलनाडु के एक युवा खिलाड़ी की भूमिका थी और यह टीम के लिए सबसे अच्छे योगदान में शामिल है।
उन्होंने अपने वाराणसी निर्वाचन क्षेत्र में काशी हिंदू विश्वविद्यालय में सुब्रमण्य भारती पीठ और केंद्र द्वारा केंद्रीय तमिल शास्त्रीय संस्थान का पूर्ण वित्त पोषण किए जाने का उल्लेख किया। राष्ट्रीय शिक्षा नीति को रेखांकित करते हुए उन्होंने कहा कि तकनीकी और चिकित्सा पाठ्यक्रम स्थानीय भाषाओं में चलाए जा सकते हैं तथा तमिलनाडु के युवा इससे लाभान्वित हो सकते हैं।
उन्होंने कहा कि भारत आर्थिक रूप से संकटग्रस्त श्रीलंका को वित्तीय मदद के साथ-साथ ईंधन, भोजन, दवा और अन्य आवश्यक वस्तुओं सहित हरसंभव सहायता प्रदान कर रहा है। मोदी ने उल्लेख किया कि वह जाफना की यात्रा करने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री हैं।
योजनाओं और परियोजनाओं की शुरुआत तथा आधारशिला रखने सहित नई योजनाओं की ओर इशारा करते हुए उन्होंने सामाजिक एवं भौतिक दोनों तरह के बुनियादी ढांचे के विकास के महत्व को रेखांकित किया और कहा कि बेंगलुरु-चेन्नई एक्सप्रेसवे आर्थिक विकास के दो प्रमुख केंद्रों को जोड़ेगा।
तमिलनाडु के राज्यपाल आर एन रवि, मुख्यमंत्री एमके स्टालिन और केंद्रीय मंत्री एल मुरुगन सहित अन्य लोगों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया, जो पिछले साल द्रमुक के सत्ता में आने के बाद प्रधानमंत्री की पहली तमिलनाडु यात्रा के मौके पर हुआ।