भोपाल। नरेंद्र मोदी 2.0 सरकार के पहले कैबिनेट विस्तार का काउंटडाउन शुरु हो गया है। 2019 में सत्ता में आने के दो साल से अधिक समय के बाद मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला कैबिनेट विस्तार बुधवार या गुरुवार को हो सकता है।
लंबे इंतजार के बाद होने जा रहे पहले कैबिनेट विस्तार में कई बड़े चेहरों को जगह मिल सकती है। जिसमें मध्यप्रदेश से आने वाले राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया सबसे बड़ा चेहरा माने जा रहे है।
कैबिनेट विस्तार की अटकलों के बीच सिंधिया अपना पहले से तय चार दिवसीय मालवा दौर बीच में छोड़कर इंदौर से दिल्ली रवाना हो रहे है।
वहीं पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए कैबिनेट विस्तार में इन राज्यों से कई नए चेहरों को शामिल कर जातीय समीकरण साधने की कोशिश की जा सकती है।
देश के सबसे बड़े चुनावी राज्य उत्तर प्रदेश से मोदी कैबिनेट में कई चेहरों को जगह मिलने जा रही है जिसमें भाजपा की सहयोगी पार्टी अपना दल (एस) की सांसद अनुप्रिया पटेल के साथ देवरिया से भाजपा सांसद रमापतिराम त्रिपाठी और भाजपा सांसद रीता बहुगुणा जोशी का नाम प्रमुख है।
इसके साथ उत्तरप्रदेश में मुस्लिम वोटरों को साधने के लिए अल्पसंख्यक चेहरे के रूप में राज्ययभा सांसद जफर इस्लाम को कैबिनेट में शामिल किया जा सकता है।
इसके साथ उत्तराखंड विधानसभा चुनाव को देखते हुए नैनीताल से सांसद अजय भट्ट या राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी को शामिल किया जा सकता है।
इसके साथ ही बिहार से सुशील मोदी, पश्चिम बंगाल से शांतनु ठाकुर, असम से सर्बामंद सोनोवाल को भी मोदी कैबिनेट में जगह मिल सकती है।
वर्तमान में 53 मंत्री- शिवसेना और अकाली दल के एनडीए से अलग होने और रामविलास पासवान और कई अन्य के निधन के बाद मोदी कैबिनेट में कई मंत्रियों के पद खाली हैं। अभी कैबिनेट में कुल 53 मंत्री ही हैं, जबकि संविधान के अनुसार मंत्रियों की संख्या अधिक से अधिक 79 हो सकती है।