मोदी सर की क्लास! विद्यार्थी खुद को चुनौती दें, लेकिन परीक्षा का दबाव न लें

प्रधानमंत्री मोदी ने विद्यार्थियों से कहा- किसी को भी परीक्षा को जीवन का अंतिम लक्ष्य नहीं समझना चाहिए

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
सोमवार, 10 फ़रवरी 2025 (13:18 IST)
Prime Minister Narendra Modi discussion with students: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को अपने वार्षिक ‘परीक्षा पे चर्चा’ के आठवें संस्करण के प्रसारण में पोषण, दबाव पर नियंत्रण और नेतृत्व जैसे कई मुद्दों पर छात्रों से बातचीत की। मोदी ने छात्रों से कहा कि ‘ज्ञान’ और परीक्षा दो अलग-अलग चीजें हैं। उन्होंने कहा कि किसी को भी परीक्षा को जीवन का अंतिम लक्ष्य नहीं समझना चाहिए।
 
देश भर के राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से आए छात्रों के साथ बातचीत में प्रधानमंत्री ने कहा कि छात्रों को किसी दायरे में बांधा नहीं जाना चाहिए और उन्हें अपनी अभिलाषा को तलाशने की अनुमति दी जानी चाहिए। उन्होंने छात्रों से अपने समय का उपयोग योजनाबद्ध तरीके से करने को कहा ताकि इसका प्रभावी प्रबंधन हो सके। प्रधानमंत्री ने छात्रों से ‘अपने समय, अपने जीवन पर नियंत्रण रखने, वर्तमान में जीने, सकारात्मकता की तलाश करने, पोषण’ जैसे मुद्दों पर बात की।
<

Let’s help our #ExamWarriors overcome exam stress. Do watch ‘Pariksha Pe Charcha’ at 11 AM tomorrow, 10th February. #PPC2025 pic.twitter.com/7Win0bF8fD

— Narendra Modi (@narendramodi) February 9, 2025 >
‍विद्यार्थियों ने पूछ सवाल : छात्रों ने उनसे विभिन्न मामलों पर सवाल पूछे। पारंपरिक ‘टाउन हॉल’ प्रारूप से हटकर मोदी ने इस बार अधिक अनौपचारिक व्यवस्था को प्राथमिकता दी और लगभग 35 छात्रों को यहां सुंदर नर्सरी ले गए तथा अधिक गहन एवं मुक्त बातचीत की। माता-पिता से अपने बच्चों को दिखावे के लिए मॉडल के रूप में इस्तेमाल नहीं करने का आग्रह करते हुए उन्होंने कहा कि माता-पिता को बच्चों की तुलना दूसरों से नहीं करनी चाहिए बल्कि उनका समर्थन करना चाहिए।
 
विद्यार्थियों की तुलना बल्लेबाज से : प्रधानमंत्री ने अच्छी नींद के महत्व पर प्रकाश डाला और इस बात पर जोर दिया कि छात्रों को यह नहीं सोचना चाहिए कि अगर वे अधिक अंक नहीं लाते हैं तो उनका जीवन बेकार हो जाएगा। मोदी ने कहा कि छात्रों को दबाव को उसी तरह से संभालना चाहिए जैसे बल्लेबाज दर्शकों के शोर के बीच स्टेडियम में करते हैं। उन्होंने कहा कि बल्लेबाज बाउंड्री की मांग को नजरअंदाज करते हुए अगली गेंद पर ध्यान केंद्रित करते हैं।
 
पिछले परिणाम से बेहतर करने की कोशिश करें : प्रधानमंत्री ने छात्रों से अपनी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करने और परीक्षाओं के दबाव में नहीं आने को कहा। हालांकि, मोदी ने उन्हें खुद को चुनौती देने और हमेशा अपने पिछले परिणामों से बेहतर करने की कोशिश करने को कहा। उन्होंने पोषण और ध्यान की आवश्यकता पर जोर दिया। नेतृत्व के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि लोग नेताओं के आचरण से प्रेरणा लेते हैं और केवल भाषणों से मदद नहीं मिलती।
 
अभिनेत्री दीपिका पादुकोण, मुक्केबाज एमसी मैरीकॉम और आध्यात्मिक गुरु सद्गुरु जैसी प्रसिद्ध हस्तियों ने भी इस साल ‘परीक्षा पे चर्चा’ की विभिन्न कड़ियों में जीवन और सीखने के प्रमुख पहलुओं पर अपना अनुभव और ज्ञान छात्रों के साथ साझा किया। (एजेंसी/वेबदुनिया)
Edited by: Vrijendra Singh Jhala 
 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

अरविंद केजरीवाल की राजनीति में अब शायद ही कभी फूल खिलेंगे

Nupur Sharma : दिल्ली में BJP की प्रचंड जीत पर क्यों ट्रेंड होने लगी नुपूर शर्मा, क्या CM की रेस में हैं शामिल

दिल्ली में BJP की जीत पर एकनाथ शिंदे बोले- PM मोदी का चला जादू, झूठ की हुई हार

ध्रुव राठी नहीं उठा रहा कॉल, दिल्ली इलेक्शन के बाद सोशल मीडिया पर मीम्स की बाढ़, हंस-हंस कर हो जाएंगे लोटपोट

अहंकार ईश्वर का भोजन है, AAP की हार पर कुमार विश्वास का तंज, कहा, जिसने सिद्धियां दीं, उसे ही आंखें दिखाई

कैसे आप को दिल्ली से बेदखल किया कांग्रेस ने, 4 पॉइंट में समझिए

UP: संपत्ति विवाद में बहन और भांजी की गोली मारकर हत्या

Prayagraj Mahakumbh: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संगम में लगाई डुबकी, सीएम योगी ने किया स्वागत

Gujarat: कथित जहरीला पेय पदार्थ पीने से 3 लोगों की मौत

भारत ने कहा तो माना नहीं, अब पुलिस ने खोली ट्रूडो की पोल, 9 साल में ड्रग्‍स से 50 हजार मौतें

अगला लेख