संसद का मानसून सत्र आज से, कोरोना महामारी के कारण बदल जाएगा कार्यवाही का दृश्य

Webdunia
सोमवार, 14 सितम्बर 2020 (08:04 IST)
नई दिल्ली। संसद के आज सोमवार से शुरू हो रहे मानसून सत्र में सीमा पर गतिरोध, कोरोनावायरस महामारी से निपटने और आर्थिक स्थिति जैसे मुद्दे छाए रहने की संभावना है। विपक्षी पार्टियां इन सभी महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा कराना चाहती हैं, वहीं सरकार की नजर करीब दो दर्जन विधेयकों को पारित कराने पर है। कोरोना महामारी के कारण इस बार सर्वदलीय बैठक भी नहीं होगी। इस बार संसद की कार्यवाही का दृश्य भी बदला हुआ नजर आएगा।
 
कोरोना महामारी को लेकर इस बार सत्र में कई तरह के बदलाव किए गए हैं। सांसदों की सीट के बीच फाइबर ग्लास शीट लगाई गई है। संसद में सोशल डिस्टेंसिंग के साथ ही मास्क पहनना जरूरी होगा। सभी सांसदों का कोविड-19 टेस्ट अनिवार्य होगा।
 
कोविड-19 रोकथाम से संबंधित सभी दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन किया जाएगा। सत्र के दौरान सांसदों को कोरोना के दिशा-निर्देशों का पालन करना होगा। दोनों सदनों में रोजाना 4-4 घंटे की कार्यवाही होगी। शून्यकाल की अवधि को भी कम करके आधा घंटा कर दिया गया है। सवालों के जवाब लिखित में दिए जाएंगे। 
 
डिजिटल माध्यम से दर्ज होगी उपस्थिति : कोविड-19 महामारी को देखते हुए कागज का कम से कम उपयोग करने का प्रयास किया जा रहा है। सांसद अपनी उपस्थिति डिजिटल माध्यम से दर्ज कराएंगे। सदन में प्रवेश करने वाले सभी लोगों के शरीर के तापमान को जांचने के लिए थर्मल गन और थर्मल स्कैनर का उपयोग किया जाएगा। सदन के भीतर 40 स्थानों पर टचलेस सैनिटाइटर लगाए जाएंगे और आपातकालीन मेडिकल टीम और स्टैंडबाय पर एम्बुलेंस की सुविधा भी होगी। 
 
11 सांसद कोरोना पॉजिटिव : मीडिया खबरों के अनुसार मानसून सत्र शुरू होने से पहले 11 सांसद कोरोना संक्रमित पाए गए। इसमें लोकसभा के 5 और राज्यसभा के 6 सांसद हैं।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

हिमाचल में सामने आई उड़ने वाली दुर्लभ गिलहरी, क्या है इसकी विशेषता

2011 से भी बड़ी तबाही आएगी 2025 में, सुनामी को लेकर एक महिला की भविष्यवाणी!

अब अमेरिका में ही बढ़ेगी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मुश्किलें

केजरीवाल ने शीश महल के रखरखाव पर हर महीने खर्च किए 31 लाख रुपए

वक्फ के बाद अब संघ की नजर ईसाइयों की भूमि पर

सभी देखें

नवीनतम

देश में लागू हुआ नया वक्‍फ कानून, राष्‍ट्रपति मुर्मू ने दी मंजूरी

Waqf को लेकर कंगना रनौत ने साधा निशाना, कांग्रेस पर लगाया यह आरोप...

उप्र के सभी जिलों में श्रीरामचरितमानस का अखंड पाठ शुरू, रविवार को होगी पूर्णाहुति

मेघालय 10वीं बोर्ड का परीक्षा परिणाम घोषित, 87 फीसदी से ज्‍यादा विद्यार्थी हुए उत्तीर्ण

उम्मीद है श्रीलंका तमिल समुदाय की आकांक्षाओं को पूरा करेगा : नरेंद्र मोदी

अगला लेख