मुंबई। देश की वित्तीय राजधानी के भारी बारिश की चपेट में आने के बीच शिवसेना ने बुधवार को बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) की सराहना की और कहा कि इसने स्थिति को 'हाथ से बाहर' नहीं जाने दिया।
बृहन्मुंबई महानगरपालिका में दो दशक से अधिक समय से शिवसेना का शासन है।
शिवसेना ने पार्टी के मुखपत्र ‘सामना’ में एक संपादकीय में कहा, 'प्राकृतिक आपदा से निपटने की बीएमसी की तैयारी ने स्थिति को हाथ से बाहर नहीं जाने दिया। नगर निकाय की इसके लिए तारीफ की जानी चाहिए। भारी बारिश के बावजूद, कोई अप्रिय घटना नहीं हुई है।'
उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली पार्टी ने कहा, 'मुंबई और महाराष्ट्र को हमेशा गणपति का आशीर्वाद मिला है। हमारा मानना है कि ईश्वर इस समस्या का भी समाधान करेंगे।'
शिवसेना ने कहा कि भारी बारिश ने महानगर में 26 जुलाई 2005 को बादल फटने की घटना की याद दिला दी है जब 24 घंटे में करीब 950 मिलीमीटर बारिश हुई थी।
कल पूरे दिन मुंबई में मूसलाधार बारिश होती रही। शहर में 298 मिलीमीटर बारिश हुई जो 1997 के बाद से अगस्त महीने में एक दिन में हुई सर्वाधिक बारिश है।
पार्टी ने कहा, 'यहां तक कि भारतीय मौसम विभाग ने भी कहा कि बारिश उम्मीद से ज्यादा हुई है। पूरे दिन सूरज नहीं दिखा तथा समुद्र में उठी ऊंची लहरों की वजह से शहर की परेशानी और बढ़ गई। फिर भी प्राकृतिक आपदा पर मुंबई की भावना जीत गई।'
पुलिस के अनुसार मंगलवार को भारी बारिश के चलते महानगर के विक्रोली उपनगर में मकान गिरने की अलग-अलग घटनाओं में दो बच्चों सहित तीन लोगों की मौत हो गई।
शहर और उपनगरों में दरअसल आज सार्वजनिक अवकाश है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने लोगों से कहा है कि वे आपातकालीन स्थिति जारी रहने तक घरों में रहें। (भाषा)