मशहूर शायर मुनव्वर राणा का लखनऊ पीजीआई में निधन, 71 साल की उम्र में ली अंतिम सांस

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
रविवार, 14 जनवरी 2024 (23:29 IST)
Munawwar Rana Died : मशहूर शायर मुनव्वर राणा का निधन हो गया। वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे। उनका लखनऊ में इलाज चल रहा था। राणा ने लखनऊ के पीजीआई में ली अंतिम सांस ली। बीते दिनों किडनी संबंधित परेशानियों के बाद उन्हें लखनऊ स्थित एसजीपीजीआई में भर्ती कराया गया था। यहां वे आईसीयू वार्ड में भर्ती थे। मां पर लिखी शायरियों से राणा को खास पहचान मिली थी।

मीडिया खबरों के मुताबिक रविवार देर रात साढ़े 11 बजे के आसपास राना अंतिम सांस ली। मीडिया खबरों के मुताबिक का निधन कार्डियक अरेस्ट के कारण हुआ।
 
साहित्य जगत में बड़ा नाम : 26 नवंबर 1952 को रायबरेली में जन्मे मुनव्वर राना उर्दू साहित्य के बड़े नाम हैं। उन्हें 2014 में साहित्य अकादमी पुरस्कार से भी नवाजा जा चुका है। उर्दू के अलावा हिंदी और अवधी भाषाओं में लिखते थे।   
 
विवादों से नाता : मुनव्वर राणा का विवादों से भी गहरा नाता रहा है। उन्होंने अकादमी पुरस्कार लौटा दिया था। साथ ही बढ़ती असहिष्णुता के कारण कभी भी सरकारी पुरस्कार स्वीकार नहीं करने की कसम खाई थी। 
 
2022 में यूपी में हुए विधानसभा चुनाव से पहले मुनव्वर राणा ने कहा था कि योगी आदित्यनाथ अगरह दोबारा मुख्यमंत्री बने तो यूपी छोड़ दूंगा। दिल्ली-कोलकाता चला जाऊंगा। मेरे पिता ने पाकिस्तान जाना मंजूर नहीं किया लेकिन अब बड़े दुख के साथ मुझे यह शहर, यह प्रदेश, अपनी मिट्टी को छोड़ना पड़ेगा।

राम मंदिर के फैसले पर उठाया था सवाल : राम मंदिर पर फैसला आने के बाद राणा ने पूर्व चीफ जस्टिस रंजन गोगोई पर सवाल उठा दिया था। वहीं, किसानों के आंदोलन के दौरान उन्होंने कहा था कि संसद भवन को गिराकर वहां खेत बना देना चाहिए। Edited By : Sudhir Sharma

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

केन्द्रीय कर्मचारियों और पेंशनरों के लिए खुशखबरी, केन्द्र सरकार ने बढ़ाया डीए

नासिक कुंभ के नाम को लेकर अखाड़ों में मतभेद, जानिए कब शुरू होगा मेला

ATM से अतिरिक्त निकासी पर शुल्क बढ़ा, जानिए कब से लागू होंगे यह charges

यूक्रेन के साथ युद्ध रोकने के लिए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की पेशकश, NATO को दी चेतावनी

ईद पर मुंबई में विस्फोट और दंगों की चेतावनी, सुरक्षा बढ़ाई गई

सभी देखें

नवीनतम

1 अप्रैल से पूरे UP में चलेगा यह विशेष अभियान, CM योगी ने दिए निर्देश

‘कैश एट जज डोर’ मामले में 17 साल बाद आया फैसला, पूर्व हाईकोर्ट जस्टिस निर्मल यादव बरी

Pollution : कितनी प्रदूषित हैं नदियां, क्या मास्क पहनकर खुले में खेलेंगे बच्चे, प्रदूषण पर सुप्रीम कोर्ट के जज सख्त

मोहम्मद यूनुस ने तोड़ा शेख हसीना का सपना, भारत के मुकाबले चीन को क्यों तरजीह दे रहा है बांग्लादेश

Chhattisgarh : 17 नक्सलियों को सुरक्षाबलों ने किया ढेर, 87 दिनों में 117 हार्डकोर Naxalites का सफाया

अगला लेख