मुंबई। महाराष्ट्र राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने मारपीट के शिकार हुए दो नाबालिग लड़कों की पहचान उजागर करने के लिए मंगलवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और ट्विटर को नोटिस भेजे।
आयोग के अध्यक्ष प्रवीण घुगे ने कहा कि उन्होंने दोनों से पूछा कि उनके खिलाफ किशोर न्याय अधिनियम, 2015 और बाल यौन अपराध संरक्षण अधिनियम, 2012 के तहत कार्रवाई क्यों ना की जाए। आयोग ने उनसे 10 दिन में जवाब देने को कहा है।
एक वीडियो सामने आया था जिसमें दोनों लड़कों के जलगांव जिले में एक कुएं में तैरने के लिए कपड़े उतार दिए गए और उन्हें पीटा गया।
राहुल ने वीडियो टैग करते हुए ट्विटर पर घटना के बारे में लिखा था और पिछड़े वर्गों पर बढ़ते अत्याचार के लिए भाजपा एवं आरएसएस को दोषी ठहराया था।
शहर के रहने वाले अमोल जाधव नाम के एक व्यक्ति ने राहुल और ट्विटर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी।(भाषा)
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