नई दिल्ली। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने सोमवार को कहा कि वित्तीय कार्रवाई कार्यबल (एफएटीएफ) का पाकिस्तान पर गहरा दबाव है। एफएटीएफ की बैठक अभी पेरिस में जारी है।
आतंकवाद विरोधी दस्ते (एटीएस) के प्रमुखों की बैठक को संबोधित कर रहे डोभाल ने कहा कि पाकिस्तान पर सबसे अधिक दबाव एफएटीएफ के पदाधिकारी बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में कोई भी देश युद्ध करने की स्थिति में नहीं है, क्योंकि इसमें जान-माल का बड़ा नुकसान होगा और किसी की जीत भी सुनिश्चित नहीं होगी।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान देश की नीति के एक साधन के तौर पर आतंकवाद का इस्तेमाल करता रहा है। डोभाल ने पाकिस्तान की ओर इशारा करते हुए कहा कि आतंकवाद एक सस्ता विकल्प है, जो दुश्मनों को काफी हद तक नुकसान पहुंचा सकता है।
एफएटीएफ एक अंतरसरकारी निकाय है। अंतरराष्ट्रीय वित्त प्रणाली की अखंडता को धनशोधन, आतंकवाद के वित्तपोषण सहित पेश होने वाले अन्य संबंधित खतरों का मुकाबला करने के लिए 1989 में इसकी स्थापना की गई थी।