नई दिल्ली। वित्त राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर ने राज्यसभा में मंगलवार को जब सभापति के कहने पर आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर रखे तब कांग्रेस सहित विपक्षी सदस्यों ने उनका जमकर विरोध किया।
सदन की बैठक शुरू होने पर सभापति एम. वेंकैया नायडू ने आवश्यक दस्तावेज पटल पर रखवाए। पहले उन्होंने विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के लिए और फिर संस्कृति मंत्रालय के लिए दस्तावेज पटल पर रखवाए।
इसके बाद उन्होंने वित्त मंत्रालय के लिए दस्तावेज पटल पर रखवाने के वास्ते वित्त राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर का नाम पुकारा। ठाकुर खड़े हुए लेकिन कांग्रेस सहित विपक्षी दलों के सदस्यों ने ठाकुर का कड़ा विरोध करते हुए हंगामा किया। सभापति ने सदस्यों से कहा कि कुछ भी रिकॉर्ड में नहीं जाएगा।
ठाकुर ने हंगामे के बीच ही दस्तावेज पटल पर रखे और फिर अपने स्थान पर बैठकर मुस्कुराते हुए एक किताब के पन्ने पलटने लगे। इस दौरान उन्होंने संस्कृति मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल के साथ मुस्कुराते हुए बात भी की।
गौरतलब है कि पिछले दिनों दिल्ली की एक चुनावी सभा में ठाकुर ने विवादित नारा लगाया था। इस पर चुनाव आयोग ने उन्हें प्रचार से 3 दिन के लिए प्रतिबंधित कर दिया। (भाषा)