नई दिल्ली। भारत ने पाकिस्तान में भारतीय उच्चायुक्त अजय बिसारिया एवं अन्य अधिकारियों को गुरुद्वारा पंजा साहिब के दर्शन के लिए गए भारतीय सिख तीर्थयात्रियों से मिलने की इजाज़त नहीं दिए जाने पर शनिवार को कड़ा विरोध जताया।
नई दिल्ली में विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान के उप उच्चायुक्त को तलब करके कड़ा विरोध व्यक्त किया जबकि इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायोग ने भी पाकिस्तान विदेश मंत्रालय में विरोध दर्ज कराया। ये तीर्थयात्री गुरुद्वारा पंजा साहिब में दर्शनों के लिए गए हैं और पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने यात्रा की अनुमति दी है।
ऐसा दूसरी बार हुआ है जब पाकिस्तान ने भारतीय उच्चायुक्त को अपने यहां आए भारतीय तीर्थयात्रियों से मिलने की इजाजत नहीं दी है।
यात्रा की आयोजक शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति ने इस घटना पर गहरी चिंता व्यक्त की है और नाराजगी जताई है कि तीर्थयात्रियों द्वारा पाकिस्तानी आयोजकों को भारतीय उच्चायुक्त और उच्चायोग के अधिकारियों के मुलाकात कराने के बार-बार के आग्रह के बावजूद ऐसा नहीं कराया गया।
भारत ने पाकिस्तानी पक्ष से कहा है कि उसने विएना संधि और 1974 के तीर्थयात्रा प्रोटोकॉल के तहत काउंसलर दायित्वों का उल्लंघन किया है। इसके अलावा पाकिस्तान के समर्थन से वहां मौजूद संगठनों द्वारा भारत में विघटनकारी गतिविधियों को समर्थन देने के मुद्दे को भी उठाया गया और उससे आग्रह किया गया कि पाकिस्तान की धरती से ऐसी कोई गतिविधि नहीं हो। (वार्ता)