नई दिल्ली। पेट्रोल-डीजल की कीमतों के आसमान छूने से देशभर में लोगों की नाराजगी के बीच सरकार ने बुधवार को कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में उठापठक के मद्देनजर इस समस्या का दीर्घकालिक हल निकाला जा रहा है।
केंद्रीय विधि एवं न्याय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने बुधवार को यहां संवाददाता सम्मेलन में पत्रकारों के सवालों के जवाब में कहा कि डीजल और पेट्रोल की बढ़ती कीमतों को लेकर सरकार चिंतित है। पेट्रोल और डीजल की कीमतों से सरकार का नियंत्रण मोदी सरकार ने ही हटाया था और इसके बाद से तेल कंपनियां ही इसका निर्धारण कर रही हैं। इसके बाद से पेट्रोल की कीमतें कई बार काफी कम भी हुई हैं।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में उठापटक के मद्देनजर सरकार इस समस्या के दीर्घावधि समाधान पर विचार-विमर्श कर रही है और इससे संबंधित निर्णय की प्रक्रिया चल रही है। इंतजार कीजिए, सरकार इसका समाधान करेगी और सभी संशय दूर किए जाएंगे। विधि एवं न्याय मंत्री ने साथ ही कहा कि यह भी सच्चाई है कि पेट्रोल और डीजल पर लगने वाले तमाम करों से मिलने वाला पैसा देश के विकास में लगाया जा रहा है। इसी पैसे से हाईवे, एम्स, डिजिटल योजना और अन्य ढांचागत विकास कार्य किए जा रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई हैं और इसे लेकर लोगों में भारी नाराजगी है। राजधानी दिल्ली में बुधवार को पेट्रोल 30 पैसे और महंगा होकर 77 रुपए प्रति लीटर को पार कर गया जबकि वहीं मुंबई में दाम 85 रुपए प्रति लीटर को छू गया।
4 बड़े महानगरों में पेट्रोल की सर्वाधिक कीमत मुंबई में है। मुंबई में पेट्रोल की कीमत बुधवार को 22 पैसे प्रति लीटर और बढकर 84.99 रुपए प्रति लीटर हो गई। यहां डीजल भी सबसे महंगा 72.76 रुपए प्रति लीटर है। दिल्ली में दोनों ईंधनों की कीमत सबसे कम है। यहां पेट्रोल 77.17 और डीजल 68.34 रुपए प्रति लीटर पर पहुंच गया है। कोलकाता में कीमतें क्रमश: 79.83 और 70.89 रुपए तथा चेन्नई में 80.11 और 72.14 रुपए प्रति लीटर पर पहुंच चुकी हैं। (वार्ता)