अहमदाबाद/गांधीनगर। पेट्रोल और डीजल की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी से लोगों में कथित नाराजगी के बीच केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने शनिवार को एक बार फिर कहा कि कच्चे तेल के भाव में बढ़ोतरी के कारण ऐसा हुआ है और आने वाले समय में कीमतें घट जाएंगी।
उन्होंने यह भी दोहराया कि उपभोक्ताओं के फायदे के लिए उन्होंने पेट्रोलियम पदार्थों को भी जीएसटी के दायरे में लाने का प्रस्ताव दिया है।
प्रधानमंत्री एलपीजी पंचायत योजना के उद्घाटन तथा कुछ अन्य कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए आज गुजरात आए प्रधान ने कहा कि जीएसटी जैसा एक कर पेट्रोलियम पदार्थ की कीमतों में देश भर में एकरूपता लाएगा और इससे केंद्र सरकार, राज्य सरकारों और उपभोक्ताओं तीनों को फायदा होगा।
उन्होंने कहा कि अमेरिका में हाल में आए दो-दो भयावह तूफानों के चलते कच्चे तेल की कीमत बढ़ी है। पिछले एक दो दिन में पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतों में कमी दर्ज की गई है और आने वाले समय में कीमते और घट जाएंगी।
एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि विकास कार्यों के लिए कर जरूरी हैं। उन्होंने कहा कि अच्छी सड़कों, स्वच्छ पेयजल, बेहतर शिक्षा प्रणाली आदि की इच्छा रखने वालों को समझाना चाहिए कि इसके लिए खर्च की जरूरत है।
ग्रामीण विकास, शिक्षा और अन्य क्षेत्रों में सरकारी खर्च में तीन गुना बढ़ोतरी हुई है। कोई भी दोनों हाथों में लड्डू होने की उम्मीद नहीं कर सकता (बिना कर दिए विकास देखने की)। कर कोई ढंकी-छुपी वस्तु भी नहीं है।
ज्ञातव्य है कि प्रधान ने पहले भी पेट्रोलियम पदार्थ को जीएसटी कर प्रणाली के दायरे में लाने की बात कही थी और इसका कई भाजपा शासित राज्यों समेत अन्य राज्य विरोध कर रहे हैं। (वार्ता)