मोदी बोले, करदाताओं के मन से उत्पीड़न का डर दूर करें

Webdunia
गुरुवार, 16 जून 2016 (14:54 IST)
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को कर विभागों के अधिकारियों से कहा कि वे करदाताओं के मन से उत्पीड़न या परेशानी का भय दूर करें और प्रशासन के 5 स्तंभों- राजस्व, उत्तरदायित्व, ईमानदारी, सूचना और डिजिटलीकरण (रैपिड)- पर ध्यान केंद्रित करें।
 
प्रधानमंत्री ने यहां 2 दिन के पहले राजस्व ज्ञान-संगम का उद्घाटन करते हुए अधिकारियों से प्रशासन को बेहतर और दक्ष बनाने के लिए डिजिटलीकरण की दिशा में कदम बढ़ाने तथा अविश्वास की खाई पाटने का कार्य करने को कहा।
 
उद्घाटन सत्र के बाद वित्त राज्यमंत्री जयंत सिन्हा ने बताया कि मोदी ने अधिकारियों को यह भी सुझाव दिया कि उन्हें करदाताओं के मन से उत्पीड़न या परेशान किए जाने का डर दूर करने का प्रयास करना चाहिए तथा लोगों के साथ सौम्य और विनम्र रहना चाहिए। 
 
राजस्व ज्ञान संगम में वित्तमंत्री अरुण जेटली और केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) और केंद्रीय उत्पाद एवं सीमा शुल्क (सीबीईसी) के वरिष्ठ अधिकारी भी भाग ले रहे हैं। प्रधानमंत्री ने करदाताओं की संख्या बढ़ाकर 10 करोड़ करने की जरूरत पर भी बल दिया। अभी देश में आयकरदाताओं 5.43 करोड़ रुपए है। (भाषा)

Show comments

जरूर पढ़ें

Changur Baba : छांगुर बाबा की पूरी कहानी, धर्मांतरण का रैकेट और करोड़ों की संपत्ति, STF और ATS के चौंकाने वाले खुलासे

भारत में पहली बार डिजिटल जनगणना : अब खुद भर सकेंगे अपनी जानकारी

प्रियंका और माही की बीमारी के आगे क्‍यों लाचार हुए पूर्व CJI, क्‍या है उनका बंगला कनेक्‍शन

UP : अंबेडकरनगर सरकारी आवास से मिले 22.48 लाख रुपए के 100 और 500 के पुराने नोट, ACMO की 11 साल पहले हुई थी मौत, बेड और अटैची से मिलीं नोटों की गड्डियां

क्यों डरे हुए हैं अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, घर और बाहर दोनों जगह घिरे

सभी देखें

नवीनतम

भारत और ब्राजील में हुआ 20 अरब अमेरिकी डॉलर का व्यापारिक समझौता, आतंकवाद की कड़ी निंदा की

LIVE : बिहार में प्रदर्शनकारियों ने रोकी ट्रेनें, ट्रेड यूनियनों के भारत बंद का सिलीगुड़ी में भी असर

ब्रिक्स देशों से क्यों नाराज हैं ट्रंप, भारत, चीन समेत इन देशों पर 10 फीसदी अतिरिक्त टैरिफ की तैयारी

Weather Update: दिल्ली-NCR में बढ़ा इंतजार, किन राज्यों में जमकर हो रही है बरसात?

मध्यप्रेदश ग्रोथ कॉन्क्लेव: समृद्ध और विकसित शहर बनेंगे प्रदेश के समावेशी विकास की आधारशिला

अगला लेख