चंद्रशेखर आजाद के गांव में पीएम मोदी...

Webdunia
मंगलवार, 9 अगस्त 2016 (14:50 IST)
भाभरा (मध्यप्रदेश)। जम्मू-कश्मीर के मौजूदा हालात पर चिंता जताते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कश्मीर की जनता को आश्वस्त करते हुए कहा कि स्वतंत्रता सेनानियों ने जो आजादी देश के अन्य हिस्सों में लोगों को दिलाई है वही आजादी कश्मीर के लोगों को भी हासिल है।


मोदी ने जम्मू-कश्मीर के युवाओं से बंदूक छोड़ने तथा धरती के इस स्वर्ग की जमीन को लाल करने के बजाय हरियाली से परिपूर्ण कर देने का आह्वान किया।
 
क्रांतिकारी स्वतंत्रता सेनानी चन्द्रशेखर आजाद की जन्मभूमि पर भारत छोड़ो आंदोलन की 75वीं जयंती के अवसर पर मंगलवार को यहां एक आमसभा में मोदी ने कहा, देश की आजादी के दीवानों ने जो ताकत हिन्दुस्तान को दी, वही ताकत कश्मीर को भी दी है। जो आजादी हिन्दुस्तान अनुभव करता है, वही आजादी कश्मीर को भी है। 
उन्होंने कहा, कश्मीर, हमारे देश हिन्दुस्तान का स्वर्ग है। कश्मीर जाना हर देशवासी का सपना होता है। पूरा हिन्दुस्तान कश्मीर को प्यार करता है, लेकिन कुछ गुमराह हुए लोग कश्मीर की महान परम्परा को कहीं न कहीं ठेस पहुंचा रहे हैं। 
 
मोदी ने कहा, एक तरफ हम हैं जो विकास के मार्ग पर अपनी समस्याओं और कठिनाइयों को दूर कर आगे बढ़ने के लिए का रास्ता खोज रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ वे लोग हैं जिन्हें विकास पच नहीं रहा और वे सिर्फ विनाश का रास्ता पकड़कर बैठे हैं। 
 
प्रधानमंत्री ने देश के राजनीतिक दलों विशेषकर कांग्रेस का आभार व्यक्त करते हुए कहा, मैं देश के राजनीतिक दलों का आभार व्यक्त करता हूं विशेष रूप से कांग्रेस का भी आभार व्यक्त करता हूं। कश्मीर मुद्दे पर हिन्दुस्तान के सभी राजनीतिक दलों ने बहुत परिपक्व तरीके से पूर्णतया देशभक्ति के वातावरण में इस समस्या के समाधान के प्रयास किए। आज भी हिन्दुस्तान के सभी राजनीतिक दल कश्मीर के विषय में एक सुर में बोल रहे हैं और एक ही दिशा में जाने को संकल्पबद्ध हैं। यही हिन्दुस्तान की ताकत है। यही हिन्दुस्तान का सामर्थ है, इसी को लेकर हम आगे बढ़ना चाहते हैं। 
 
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कश्मीर में शांति, एकता और सद्भावना के लिए वहां के युवाओं का आह्वान करते हुए कहा, दोस्तों, इस सपने को लेकर चलें कि हम सब मिलकर कश्मीर को दुनिया का स्वर्ग बनाएं। 
 
उन्होंने कहा, कभी-कभी पीड़ा होती है कि जिन बच्चों के हाथों में लैपटॉप होना चाहिए, बॉलीबॉल की गेंद होनी चाहिए, क्रिकेट बैट होना चाहिए, किताबें और मन में सपने होने चाहिए, ऐसे निर्दोष बच्चों के हाथों में पत्थर पकड़ा दिए जाते हैं। कुछ लोगों की राजनीति तो चल जाएगी, लेकिन मेरे इन भोलेभाले बच्चों का क्या होगा? इसलिए इंसानियत, कश्मीरियत को दाग नहीं लगने दिया जाएगा। 
 
उन्होंने कहा, हमारे पास जम्हूरियत का रास्ता है, संवाद का रास्ता है। आज हम आजादी का 70वां साल मनाने जा रहे हैं, मैं देश में माओवाद, उग्रवाद के नाम पर कंधे पर बंदूक लेकर निकले युवाओं से कहना चाहूंगा कि कितना लहू बहा दिया, कितने निर्दोषों को गंवा दिया लेकिन किसी ने कुछ पाया क्या? इसलिए आगे आएं, कंधे से बंदूक उतारिए, खेत में हल उठाइए और देखिए यह लाल धरती हरियाली से भर जाएगी। 
 
मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी को याद करते हुए कहा, अटलजी ने जो मार्ग अपनाया था, हम उसी इंसानियत, जम्हूरियत, कश्मीरियत के मार्ग पर चलने वाले लोग हैं। हम कश्मीर को विकास की नई ऊंचाइयों पर ले जाना चाहते हैं। कश्मीर की युवा पीढ़ी के लिए रोजगार के अवसर उपलब्ध करना चाहते हैं। 
 
उन्होंने जम्मू कश्मीर सरकार को बधाई देते हुए कहा कि कुछ लोगों के मलीन इरादों के बावजूद अमरनाथ यात्रा आन-बान और शान के साथ चल रही है। लाखों लोग अमरनाथ यात्रा कर रहे हैं। लद्दाख की धरती पर सौर ऊर्जा से जुड़े नए अभियान चल रहे हैं।
 
नरेन्द्र मोदी ने कहा, हम विकास के मंत्र को लेकर चले हैं। कश्मीर की धरती पर भी देश के लिए मर मिटने वालों की कमी नहीं रही। कश्मीर से कन्याकुमारी तक पूरा हिन्दुस्तान एक होकर आजादी के सपने के लिए मर मिटता था। आज समय की मांग है कि हम एक देश के रूप में एक सपना और संकल्प लेकर एक मार्ग निर्धारित करें तथा राष्ट्र को ऊंचाइयों की मंजिल तक पहुंचाने के लिए आगे बढ़ें। यही अवसर है। 
 
उन्होंने कहा कि कश्मीर का सामान्य आदमी पर्यटन के आधार पर रोजी-रोटी कमाता है। जो यात्री अमरनाथ जाते हैं, वे श्रीनगर भी जाते हैं। इससे वहां पर्यटन बढ़ता है। उन्होंने कहा कि कश्मीर में सेब का मौसम आने वाला है हिन्दुस्तान का आदमी वहां के सेब खाने के लिए लालायित रहता है। कश्मीर का बाजार और व्यापार बढ़ना चाहिए उसके लिए जो भी मदद चाहिए, वह देने के लिए केन्द्र सरकार मौजूद है।
 
उन्होंने कहा, जम्मू-कश्मीर की राज्य सरकार, केन्द्र सरकार, देश के सभी राजनीतिक दल और 125 करोड़ हिन्दुस्तानी सब आपका भला चाहते हैं, आपका विकास चाहते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि आने वाले दिनों में देशभर में तिरंगा यात्राएं होने वाली हैं। यह यात्रा एवं तिरंगा हमें जोड़ता है और आजादी के वीर सिपाहियों की याद दिलाता है। तिरंगा हमें भारत का भाग्य बदलने की प्रेरणा देता है।
 
उन्होंने कहा, गांव-गांव, गली-गली फिर एक बार देशभक्ति का ज्वार चले। अब देश के लिए मर मिटना नहीं है, देश के लिए कुछ कर सकने का विश्वास जगाना है। उन्होंने कहा, मुझे विश्वास है पूरा हिन्दुस्तान आजादी के 70वें साल में देश में नई उमंग, नई चेतना जगाने के लिए पूरी ताकत से उठ खड़ा होगा।
 
आमसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, जब मैं सरकार में आया तो देखा कि देश के 18000 गांवों में आजादी के 70 साल बाद भी बिजली नहीं है और वहां के लोग 21वीं सदी में भी 18वीं सदी का जीवन जीने के लिए मजबूर हैं। 
 
उन्होंने कहा, मैंने बीड़ा उठाया कि इन 18000 गांवों में 1000 दिन में बिजली पहुंचाऊंगा। यह बीड़ा उठाए अभी तक साल भी पूरा नहीं हुआ है और आधे से अधिक गांव में बिजली पहुंचा दी गई है। वहां बच्चे रोशनी में पढ़ रहे हैं। 
 
उन्होंने कहा, जो काम 70 साल में नहीं हुआ, उसे हम 1000 दिन में पूरा करने की कोशिश कर रहे हैं। हम यह नहीं कहते कि आजादी के बाद 70 साल में किसी ने कुछ किया ही नहीं लेकिन 70 साल में जितना होना चाहिए था, वह नहीं हुआ। यही मुसीबत हम आज भोग रहे हैं। 
 
मोदी ने कहा कि आजादी के दीवानों ने अपना सबकुछ मिटाकर और अपनी जान देकर देश को आजादी दिलाई। आज हमें देश के लिए मरने की आवश्यकता नहीं, अब देश के विकास के लिए जीने की आवश्यकता है और देश को आगे बढ़ाने के लिए अपने-अपने स्तर पर संकल्प लेकर काम करने की जरूरत है।
 
उन्होंने कहा कि देश आगे बढ़ता है जनशक्ति से, जनशक्ति के मिजाज से, जनशक्ति के सपनों से, आज हम 125 करोड़ देशवासी संकल्प लें, देश को आगे बढ़ाने के लिए 'टीम इंडिया' के रूप में काम करने का। संसद में पारित जीएसटी कानून के संदर्भ में उन्होंने कहा कि देश को लम्बे समय तक लाभ देने वाले कानून संसद में एक के बाद एक पारित हो रहे हैं।
 
इस अवसर पर आमसभा को मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी संबोधित किया।
 
प्रधानमंत्री मोदी ने इस अवसर पर तिरंगा झंडा यात्रा का भी शुभारंभ किया। इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने महान क्रांतिकारी नेता चन्द्रशेखर आजाद के जन्मस्थान पर बने स्मारक पर आजाद की प्रतिमा पर श्रद्धासुमन अर्पित किए और आजाद के जीवन वृतांत से संबंधित प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। (भाषा) 
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