PM Modi in Bihar : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार बिहार के मोतिहारी में 7200 करोड़ की परियोजनाओं की सौगात दी। इस अवसर पर उन्होंने बताया कि 2 दशक पहले बिहार किस तरह हताशा में डूबा हुआ था।
उन्होंने कहा कि आज की पीढ़ी को जानना जरूरी है कि बिहार दो दशक पहले किस तरह हताशा में डूबा हुआ था। RJD और कांग्रेस के राज में विकास पर ब्रेक था, गरीब का पैसा गरीब तक पहुंचना असंभव था। जो शासन में थे, उनमें बस यही सोच थी कि कैसे गरीब के हक का पैसा लूट लें।
पीएम मोदी ने कहा कि RJD और कांग्रेस के राज में गरीब को ऐसे पक्के घर मिलना असंभव था। जिन लोगों के राज में लोग अपने घरों में रंग-रोगन तक नहीं करवाते थे, डरते थे कि अगर रंग-रोगन हो गया तो पता नहीं कि मकान मालिक को ही उठवा लिया जाए।
बिहार को क्यों विकसित बनाना चाहते हैं मोदी : पूर्वी भारत को आगे बढ़ाने के लिए हमें बिहार को विकसित बिहार बनाना है। आज बिहार में इतनी तेजी से काम इसलिए हो रहा है, क्योंकि केंद्र और राज्य में बिहार के लिए काम करने वाली सरकार है। जब केंद्र में कांग्रेस और RJD की सरकार थी, तो UPA के 10 साल में बिहार को सिर्फ 2 लाख करोड़ रुपये के आसपास मिले। यानी नीतीश जी की सरकार से ये लोग बदला ले रहे थे।
2014 में केंद्र में आपने मुझे सेवा करने का अवसर दिया। केंद्र में आने के बाद मैंने बिहार से बदला लेने वाली उस पुरानी राजनीति को भी समाप्त कर दिया। पिछले 10 साल में, NDA के 10 वर्षों में बिहार के विकास के लिए जो राशि दी गई है, वो पहले से कईं गुना ज्यादा है।
11 साल में 60 लाख पक्के घर : उन्होंने कहा कि पिछले 11 वर्षों में पीएम आवास योजना के तहत देश में गरीबों के लिए 4 करोड़ से भी ज्यादा घर बनाए गए हैं। इनमें से करीब 60 लाख घर अकेले बिहार में बने हैं। हमारे अकेले मोतिहारी जिले में ही 3 लाख के करीब गरीब परिवारों को पक्के घर मिलें हैं और गिनती लगातार बढ़ रही है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि बिहार असंभव को भी संभव बनाने वाले वीरों की धरती है। आप लोगों ने इस धरती को RJD और कांग्रेस की बेड़ियों से मुक्त किया, असंभव को संभव बनाया। उसी का परिणाम है कि आज बिहार में गरीब कल्याण को योजनाएं सीधे गरीबों तक पहुंच रही है।
मोदी ने दिखाया सपना : पीएम मोदी ने कहा कि आज बिहार आगे बढ़ रहा है। इसके पीछे सबसे बड़ी ताकत बिहार की माताओं बहनों की है। NDA द्वारा उठाए जा रहे एक-एक कदम का महत्व बिहार की माताएं-बहनें अच्छी तरह समझती हैं। हमारा संकल्प है कि आने वाले समय में जैसे पश्चिमी भारत में मुंबई है, वैसे ही पूरब में मोतिहारी का नाम हो। जैसे अवसर गुरुग्राम में हैं, वैसे ही अवसर गया जी में भी बनें। पुणे की तरह पटना में भी औधोगिक विकास हो। सूरत की तरह ही संथाल परगना का भी विकास हो।
edited by : Nrapendra Gupta