नालंदा यूनिवर्सिटी को मिला नया कैंपस, PM मोदी बोले, आग की लपटें ज्ञान को मिटा नहीं सकतीं

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
बुधवार, 19 जून 2024 (11:13 IST)
Nalanda University new campus : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को राजगीर में नालंदा विश्वविद्यालय के नए परिसर का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि आग की लपटे ज्ञान को मिटा नहीं सकती।तत्कालीन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के द्वारा 19 सितंबर 2014 को इसके निर्माण का नींव रखी गई थी। 

इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि मुझे तीसरे कार्यकाल की शपथ ग्रहण करने के बाद पहले 10 दिनों में ही नालंदा आने का अवसर मिला है। ये मेरा सौभाग्य तो है ही, साथ ही मैं इसे भारत की विकास यात्रा के एक शुभ संकेत के रूप में देखता हूं।
 
उन्होंने कहा कि नालंदा सिर्फ नाम ही नहीं पहचान है। बिहार अपने गौरव को वापस लाने के लिए जिस तरह विकास की राह पर आगे बढ़ रहा है, नालंदा का ये परिसर उसी की एक प्रेरणा है।
 
प्रधानमंत्री ने कहा किहम सभी जानते हैं कि नालंदा कभी भारत की परंपरा और पहचान का जीवंत केंद्र हुआ करता था। शिक्षा को लेकर यही भारत की सोच रही है। शिक्षा ही हमें गढ़ती है, विचार देती है और उसे आकार देती है। प्राचीन नालंदा में बच्चों का प्रवेश उनकी पहचान, उनकी राष्ट्रीयता को देख कर नहीं होता था। हर देश हर वर्ग के युवा हैं यहां पर। इस नए परिसर में हमें उसी प्राचीन व्यवस्था को फिर से आधुनिक रूप में मजबूती देनी है।
 
प्राचीन खंडहरों का दौरा किया : नालंदा विश्‍वविद्यालय के नए परिसर के उद्घाटन से पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थलों की सूची में शामिल प्राचीन नालंदा के खंडहरों का दौरा किया।
 
प्राचीन नालंदा के खंडहरों में मठ और शिक्षण संस्थान के पुरातात्विक अवशेष शामिल हैं। इसमें स्तूप, मंदिर, विहार (आवासीय और शैक्षणिक भवन) तथा प्लास्टर, पत्थर और धातु से बनी महत्वपूर्ण कलाकृतियां शामिल हैं। नालंदा भारतीय उपमहाद्वीप का सबसे प्राचीन विश्वविद्यालय है।
 
विश्वविद्यालय का नया परिसर नालंदा के प्राचीन खंडहर स्थल के करीब है। इस विश्वविद्यालय की स्थापना नालंदा विश्वविद्यालय अधिनियम, 2010 के तहत की गई थी। इस अधिनियम में विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए वर्ष 2007 में फिलीपीन में आयोजित दूसरे पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में लिए गए निर्णय को लागू करने का प्रावधान किया गया है।
 
नालंदा विश्‍वविद्यालय का इतिहास : नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना पांचवीं शताब्दी में हुई थी जहां दुनियाभर से छात्र अध्ययन के लिए आते थे। विशेषज्ञों के अनुसार, 12वीं शताब्दी में आक्रमणकारियों द्वारा नष्ट किए जाने से पहले यह प्राचीन विश्वविद्यालय 800 वर्षों तक फलता-फूलता रहा।
 
विश्वविद्यालय में छह अध्ययन केंद्र हैं जिनमें बौद्ध अध्ययन, दर्शन और तुलनात्मक धर्म स्कूल; ऐतिहासिक अध्ययन स्कूल; पारिस्थितिकी और पर्यावरण अध्ययन स्कूल; और सतत विकास और प्रबंधन स्कूल शामिल हैं। 
Edited by : Nrapendra Gupta

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

Bihar Bridge Collapsed : उद्घाटन से पहले ही भरभराकर गिरा बकरा नदी पर बना पुल, पानी में समा गए 12 करोड़

NEET मुद्दे को लेकर राहुल गांधी ने साधा पीएम मोदी पर निशाना, कहा वे मौन क्यों हैं?

Motorola Edge 50 Ultra : OnePlus 12, Xiaomi 14 को टक्कर देने आया मोटोरोला का दमदार स्मार्टफोन

उत्तर भारत समेत आधा देश गर्मी में झुलसा, अब मानसूनी राहत का इंतजार

0.001% लापरवाही भी है तो भी बच्‍चों की मेहनत नहीं भूल सकते, इसे NTA vs स्टूडेंट्स न समझें, SC की फटकार

सभी देखें

नवीनतम

दिल्ली में 12 साल बाद सबसे गर्म रात, सामान्य से 8 डिग्री ज्यादा था तापमान

कांग्रेस ने किया पीएम मोदी से सवाल, बिहार को विशेष राज्य का दर्जा क्यों नहीं दिया?

हरियाणा कांग्रेस को लगा बड़ा झटका, MLA किरण चौधरी हुईं BJP में शामिल

ओवैसी ने NEET परीक्षा को लेकर साधा NDA सरकार पर निशाना, की दोबारा परीक्षा कराने की मांग

नालंदा यूनिवर्सिटी को मिला नया कैंपस, PM मोदी बोले, आग की लपटें ज्ञान को मिटा नहीं सकतीं

अगला लेख
More