नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को 2019 में आखिरी बार मन की बात कार्यक्रम के जरिए देशवासियों को संबोधित किया। उन्होंने अपने संबोधन में युवाओं पर फोकस किया। जानिए उनके भाषण की 10 खास बातें...
1. 2019 की विदाई के पल हमारे समाने हैं, अब हम न सिर्फ नए साल में प्रवेश करेंगे, बल्कि नए दशक में प्रवेश करेंगे। इसमें देश के विकास को गति देने में वे लोग सक्रिय भूमिका निभाएंगे, जिनका जन्म 21वीं सदी में हुआ है।
2. पीएम मोदी ने कहा है कि देश के युवाओं को अराजकता, अस्थिरता और जातिवाद से चिढ़ है। युवा जात-पात से ऊंचा सोचता है, सिस्टम को फॉलो करना पसंद करता है। ये पीढ़ी कुछ नया और कुछ अलग करने की सोचती है। उन्होंने कहा कि एक बात तो निश्चित है आने वाले दशक में युवा भारत राष्ट्र निर्माण में अहम रोल अदा करेगा।
3. मोदी ने कहा कि हम सबके लिए बहुत महत्वपूर्ण है कि देश के नागरिक आत्मनिर्भर बनें और सम्मान के साथ अपना जीवन व्यापन करें। मैं एक ऐसी पहल की चर्चा करना चाहूंगा। वो पहल है जम्मू-कश्मीर का 'हिमायत' कार्यक्रम। हिमायत कार्यक्रम स्किल डेवलपमेंट और रोजगार से जुड़ा है।
4. उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी ने स्वदेशी की इस भावना को एक ऐसे दीपक के रूप में देखा जो लाखों के जीवन को रोशन करता हो। गरीब से गरीब के जीवन में समृद्धि लाता हो। सौ साल पहले गांधी जी ने एक बड़ा जन आंदोलन शुरू किया। इसका एक लक्ष्य था भारतीय उत्पादों को प्रोत्साहित करना।
5. उन्होंने कहा कि मैंने 15 अगस्त को लालकिले से देशवासियों से एक आग्रह किया था और देशवासियों से local खरीदने का आग्रह किया था। आज फिर से मेरा सुझाव है कि क्या हम स्थानीय स्तर पर बने उत्पादों को प्रोत्साहन दे सकते हैं? क्या उन्हें अपनी खरीदारी में स्थान दे सकते हैं?
6. पीएम मोदी ने कहा कि हम अलग अलग कॉलेजों में, यूनिवर्सिटीज में और स्कूल्स में पढ़ते तो हैं, लेकिन पढ़ने के बाद Alumni meet एक बहुत सुहाना अवसर है। इस अवसर पर सभी नौजवान पुरानी यादों में खो जाते हैं, इसका एक अलग ही आनंद है।
7. प्रधानमंत्री ने कहा कि स्वामी विवेकानंद जी कहते थे कि युवावस्था की कीमत को न आंका जा सकता है। ये जीवन का सबसे मूल्यवान कालखंड होता है। आपका जीवन इस पर निर्भर करता है कि आप अपनी युवावस्था का उपयोग किस प्रकार करते हैं
8. इसरो के पास ASTROSAT नाम का एक Astronomical satellite है। सूर्य पर रिसर्च करने के लिए इसरो 'आदित्य' के नाम से एक दूसरा satellite भी लॉन्च करने वाला है। खगोल विज्ञान को लेकर चाहे हमारा प्राचीन ज्ञान हो या आधुनिक उपलब्धियां, हमें इन्हें अवश्य समझना चाहिए: पीएम मोदी
9. पिछले 6 महीने में, 17वीं लोकसभा के दोनों सदन बहुत ही Productive रहे हैं। लोकसभा ने 114% काम किया, तो राज्यसभा ने 94% काम किया। उन्होंने मन की बात में दोनों सदनों के पीठासीन अधिकारियों, सभी राजनीतिक दलों और सभी सांसदों को उनकी सक्रिय भूमिका के लिए बधाई दी।
10. प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत में Astronomy यानि खगोल-विज्ञान का बहुत ही प्राचीन और गौरवशाली इतिहास रहा है। आकाश में टिमटिमाते तारों के साथ हमारा संबंध उतना ही पूराना है जितनी हमारी सभ्यता।