पीएम मोदी का बड़ा बयान, कृषि सुधारों ने किसानों के लिए खोले नई संभावनाओं के द्वार

Webdunia
रविवार, 29 नवंबर 2020 (12:11 IST)
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को मन की बात कार्यक्रम के जरिए देशवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि बीते दिनों हुए कृषि सुधारों ने किसानों के लिए नई संभावनाओं के द्वार भी खोले हैं।
 
उन्होंने कहा कि काफी विचार विमर्श के बाद भारत की संसद ने कृषि सुधारों को कानूनी स्वरूप दिया। इन सुधारों से न सिर्फ किसानों के अनेक बन्धन समाप्त हुए हैं, बल्कि उन्हें नए अधिकार भी मिले हैं, नए अवसर भी मिले हैं।

पीएम मोदी ने कहा, कृषि कानून से किसानों को काफी फायदा पहुंच रहा है और किसानों को उनके अधिकार मिल रहे हैं।

प्रधानमंत्री ने महाराष्ट्र के धुले ज़िले के किसान, जितेन्द्र भोइजी का भी जिक्र किया जिन्होंने नए कृषि कानून का इस्तेमाल किया और अपनी परेशानी खत्म की। चंद ही दिन में उन्होंने अपना बकाया भी चुका दिया।

मोदी ने कहा कि इस कानून में ये प्रावधान किया गया है कि क्षेत्र के जिलाधिकारी (SDM) को एक महीने के भीतर ही किसान की शिकायत का निपटारा करना होगा।

उन्होंने कहा कि बरसों से किसानों की जो मांग थी, जिन मांगों को पूरा करने के लिए किसी न किसी समय में हर राजनीतिक दल ने उनसे वायदा किया था, वो मांग पूरी हुई हैं।
 
उल्लेखनीय है कि पिछले कई दिनों से पंजाब, हरियाणा और उत्तरप्रदेश के किसान दिल्ली सीमा पर कृषि कानून वापस लेने की मांग करते हुए प्रदर्शन कर रहे हैं। 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

महाराष्ट्र में कौनसी पार्टी असली और कौनसी नकली, भ्रमित हुआ मतदाता

Prajwal Revanna : यौन उत्पीड़न मामले में JDS सांसद प्रज्वल रेवन्ना पर एक्शन, पार्टी से कर दिए गए सस्पेंड

क्या इस्लाम न मानने वालों पर शरिया कानून लागू होगा, महिला की याचिका पर केंद्र व केरल सरकार को SC का नोटिस

MP कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और MLA विक्रांत भूरिया पर पास्को एक्ट में FIR दर्ज

टूड्रो के सामने लगे खालिस्तान जिंदाबाद के नारे, भारत ने राजदूत को किया तलब

कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने वालों को साइड इफेक्ट का कितना डर, डॉ. रमन गंगाखेडकर से जानें आपके हर सवाल का जवाब?

Covishield Vaccine से Blood clotting और Heart attack पर क्‍या कहते हैं डॉक्‍टर्स, जानिए कितना है रिस्‍क?

इस्लामाबाद हाई कोर्ट का अहम फैसला, नहीं मिला इमरान के पास गोपनीय दस्तावेज होने का कोई सबूत

पुलिस ने स्कूलों को धमकी को बताया फर्जी, कहा जांच में कुछ नहीं मिला

दिल्ली-NCR के कितने स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी, अब तक क्या एक्शन हुआ?

अगला लेख