करगिल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को करगिल में जवानों के साथ दिवाली का पर्व मनाया। उन्होंने जवानों में उत्साह का संचार करने के लिए एक कविता भी सुनाई की। पीएम मोदी द्वारा सुनाई गई वीर रस की यह कविता सुनकर आप भी जोश से भर उठेंगे।
तन तिरंगा, मन तिरंगा, चाहत तिरंगा, राहत तिरंगा, विजय का विश्वास तिरंगा,
सीमा से भी सीना चौड़ा, सपनों में संकल्प सुहाता,
कदम कदम पर दम दिखाता, भारत के गौरव की शान,
तुम्हें देख हर भारतीय गर्व से भर जाता है
वीर गाथा घर-घर गूंजे,
नर-नारी सब शीश नवाएं, सागर से गहरा स्नेह हमारा,
अपने भी हैं, सपने भी हैं
देशहित, सब किया समर्पित
अब देश के दुश्मन जान गए हैं
लोहा तेरा मान गए हैं
भारत के गौरव की शान
तुम्हें देख हर भारतीय गर्व से भर जाता है।
प्रेम की बात चले तो
सागर शांत हो तुम
पर देश पर नजर उठी
वीर, वज्र, विक्रांत हो तुम
एक निडर अग्रणी
एक आग हो तुम
निर्भय, प्रंचड और नाग हो तुम
अर्जुन, पृथ्वी अरिहंत हो तुम
हर अंधकार हो तुम
तुम यहां तपस्या करते हो
वह देश धन्य हो
तुम्हें देख हर भारतीय गर्व से भर जाता है...