नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना से पैदा हुई मांग के कारण आने वाले 5-7 वर्षों में रोजगार के करीब 11 लाख नए अवसर पैदा होने का अनुमान है। सिर्फ रेलवे ही इससे ज्यादा रोजगार प्रदान करता है।
प्रधानमंत्री भाजपा नीत सरकार की महत्वाकांक्षी आयुष्मान भारत योजना का पहला साल पूरा होने पर इसके अनुभवों पर चर्चा के लिए मंगलवार को आयोजित ‘आरोग्य मंथन’ कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि नए भारत का स्वास्थ्य तंत्र पूरी दुनिया के लिए मिसाल बनने वाला है। इसमें भी आयुष्मान भारत योजना का बहुत बड़ा योगदान होगा। मोदी ने कहा कि आयुष्मान भारत देश द्वारा लिए गए क्रांतिकारी कदमों में से एक है। उन्होंने कहा कि महज 1 साल में इस योजना के 46 लाख लाभार्थी बहुत बड़ी सिद्धि हैं।
उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत योजना की मदद से पिछले एक साल में कम आय वर्ग के लाखों लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलना इसकी कामयाबी का प्रतीक है और पिछले एक साल के अनुभव से सबक लेकर योजना की कमियों को दूर किया जा रहा है। इसकी कामयाबी के बलबूते ही ‘पीएम जय योजना’ सही मायने में ‘गरीबों की जय’ बन गई है।
उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे मांग बढ़ रही है, वैसे-वैसे देश में छोटे शहरों में आधुनिक मेडिकल बुनियादी ढांचे का जाल बिछ रहा है। आने वाले समय में कई नए अस्पताल बनने वाले हैं। रोजगार के नए अवसर मिलने वाले हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘एक अनुमान के अनुसार आने वाले 5-7 वर्षों में सिर्फ आयुष्मान भारत योजना से पैदा हुई मांग के कारण करीब 11 लाख नए रोजगार निर्मित होंगे। ये कितना बड़ा आंकड़ा है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि सिर्फ रेलवे ही इससे ज्यादा रोजगार का निर्माण करता है।
उन्होंने कहा कि देशभर के 46 लाख गरीब परिवारों को बीमारी की निराशा से स्वस्थ जीवन की आशा जगाना, ये बहुत बड़ी सिद्धि है। इस एक वर्ष में अगर किसी व्यक्ति की जमीन, घर, गहने या दूसरा कोई सामान बीमारी के खर्च में बिकने से बचा है, गिरवी रखने से बचा है तो ये आयुष्मान भारत की बहुत बड़ी सफलता है।
मोदी ने कहा कि बीते एक वर्ष में करीब 50 हजार लाभार्थियों ने अपने राज्य के बाहर दूसरे राज्यों में इस योजना का लाभ लिया है। उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत का यह पहला वर्ष संकल्प, समर्पण और सीखने का रहा है। ये भारत की संकल्प शक्ति ही है कि दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली हम भारत में सफलता के साथ चला रहे हैं। इस सफलता के पीछे समर्पण की भावना है।
इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने आयुष्मान योजना के कुछ लाभार्थियों से मुलाकात की। दो दिवसीय आरोग्य मंथन कार्यक्रम का आयोजन आयुष्मान भारत पीएम-जय का एक साल पूरा होने के अवसर पर किया जा रहा है। इसका आयोजन राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण द्वारा किया जा रहा है।
आरोग्य मंथन का उद्देश्य सभी महत्वपूर्ण हितधारकों को आपस में एकजुट होने के लिए एक मंच सुलभ कराना था ताकि पिछले एक वर्ष में इस योजना के कार्यान्वयन में आई चुनौतियों पर विचार-विमर्श किया जा सके।