अद्भुत संयोग! पीएम मोदी पक्षियों पर बोल रहे थे, तभी मंत्री के कंधे पर आ बैठा पक्षी (वीडियो)

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
सोमवार, 28 जुलाई 2025 (13:10 IST)
Mann ki Baat of Prime Minister Narendra Modi: ऐसा बहुत कम होता है या कहें कि कभी कभार ही होता है। दरअसल, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रविवार यानी 27 जुलाई को मन की बात कर रहे थे। यूं उन्होंने कई मुद्दों पर अपनी बात रखी, लेकिन जब वे पक्षियों के बारे में चर्चा कर रहे थे, उसी समय इस कार्यक्रम को गोवा के पर्यटन मंत्री रोहन खाउंटे भी अपने अन्य साथियों के सुन रहे थे। 
 
कार्यक्रम के दौरान नरेन्द्र मोदी ने पक्षियों पर चर्चा शुरू की। इसी दौरान मंत्री रोहन के कंधे पर एक पक्षी आकर बैठ गया। उन्होंने पलटकर पक्षी को देखा और मुस्कराए भी। हालांकि कुछ समय बाद पक्षी उनके कंधे से उड़ गया। लेकिन, आश्चर्य इस बात का है जब मोदी ने पक्षियों पर चर्चा शुरू की उसी समय एक पक्षी बिना किसी भय के मंत्री के कंधे पर बैठ गया। इस प्रसंग का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। यह थर्ड पार्टी वीडियो पीटीआई ने शेयर किया है। 
<

VIDEO | A bird sat on the shoulder of Goa Tourism Minister Rohan Khaunte (@RohanKhaunte ) on Sunday while he was listening to the Prime Minister’s Mann Ki Baat program. A video shared by his office shows the bird perched on his shoulder just as the Prime Minister was speaking… pic.twitter.com/jmovl7Scqq

— Press Trust of India (@PTI_News) July 28, 2025 >
40 से अधिक पक्षी प्रजातियों की पहचान : प्रधानमंत्री मोदी ने पक्षियों के बारे में चर्चा करते हुए कहा था- काजीरंगा, जो आमतौर पर अपने एक सींग वाले गैंडों के लिए प्रसिद्ध है, वहां पहली बार ‘ग्रासलैंड बर्ड सेन्सस’ यानी पक्षियों की गणना की गई। उन्होंने कहा कि आपको यह जानकर खुशी होगी कि इस गणना में 40 से अधिक पक्षी प्रजातियों की पहचान की गई, जिनमें कई दुर्लभ पक्षी भी शामिल हैं। यह सब संभव हुआ तकनीक की मदद से।
 
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इसके लिए टीम ने साउंड रिकॉर्डिंग डिवाइस लगाए और फिर उन ध्वनियों को एआई तकनीक के जरिए कंप्यूटर पर एनालाइज किया गया। इस प्रक्रिया में पक्षियों को बिना परेशान किए, केवल उनकी आवाज से ही पहचान लिया गया। उन्होंने कहा कि इससे पता चलता है कि जब टेक्नोलॉजी और संवेदनशीलता मिलती है, तो प्रकृति को समझना और भी आसान हो जाता है। प्रधानमंत्री मोदी ने ऐसे प्रयासों को प्रोत्साहित करने की आवश्यकता पर जोर दिया ताकि भारत की जैव विविधता की पहचान बनी रहे और आने वाली पीढ़ियों को इससे जोड़ा जा सके। 
Edited by: Vrijendra Singh Jhala 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

50 साल बाद भी मानसिकता नहीं बदली, गांधी परिवार के खिलाफ किसने दिया यह बयान

सोने की चिड़िया की नहीं, भारत को अब शेर बनने का समय आ गया, केरल में ऐसा क्यों बोले RSS प्रमुख मोहन भागवत

रेव पार्टी पर छापा, पूर्व मंत्री खड़से के दामाद समेत 7 लोग हिरासत में

केंद्रीय विवि में नियुक्ति को लेकर Congress का केंद्र पर निशाना, कहा- OBC, SC-ST को नहीं दी नौकरियां

Mansa devi mandir stampede : हरिद्वार के मनसा देवी मंदिर में किस अफवाह के कारण मची भगदड़? सामने आया कारण, देखें वीडियो

नकदी बरामदगी मामला: सुप्रीम कोर्ट ने न्यायमूर्ति यशवंत वर्मा से उनकी याचिका को लेकर किए सवाल

बैडमिंटन खेलते हुए 25 साल के राकेश की हार्ट अटैक से मौत, कैमरे में ऐसे कैद हुई नौजवान की मौत

क्‍या है मंत्री कैलाश विजयवर्गीय की दाल बाफला पॉलिटिक्‍स के मायने?

MP: झाबुआ जिलाधिकारी के वाहन को डंपर ने मारी टक्कर, चालक गिरफ्तार

मप्र के मंत्री विजय शाह को सुप्रीम कोर्ट की फटकार, धैर्य की परीक्षा ले रहे हैं...

अगला लेख