चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग शुक्रवार को भारत दौरे पर पहुंच गए हैं। तमिलनाडु के महाबलीपुरम में पीएम नरेन्द्र मोदी और जिनपिंग के बीच व्यापार-व्यवसाय समेत कई मुद्दों पर बातचीत होगी।
यह मुलाकात इसलिए भी महत्वपूर्ण मानी जा रही है क्योंकि हाल ही में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने जिनपिंग से मुलाकात की थी। उल्लेखनीय है कि कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ा हुआ है। आइए जानते हैं दुनिया के सबसे बड़े देशों के सबसे बड़े नेताओं की मुलाकात से जुड़ी खास बातें....
- मोदी और जिनपिंग ने रात्रि भोजन के समय करीब 2 घंटे तक वार्ता की
- मोदी के साथ रात्रि भोज के बाद जिनपिंग अपने होटल के लिए रवाना
-चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग और प्रधानमंत्री ने भरतनाट्यम और कत्थकली नृत्य को सराहा
-राष्ट्रपति जिनपिंग दुभाषिए के जरिए नृत्य की बारिकियों को समझा
-भरतनाट्यम पर नरेंद्र मोदी सोफे के हत्थे पर अंगुलियों से थाप देते रहे
-सांस्कृतिक कार्यक्रम की समाप्ति पर जिनपिंग और मोदी स्टेज पर पहुंचे और कलाकारों को बधाई देने के साथ तस्वीरें खिंचवाई
-कलाकार जब अकेले मोदी के साथ ग्रुप फोटो ले रहे थे, तब जिनपिंग स्टेज से नीचे आ गए
- बाद में जिनपिंग और मोदी कार्यक्रम स्थल से साथ-साथ रवाना हुए
- मोदी ने जिनपिंग को नृत्य करती स्वरस्वी की तंजावुर की पेंटिंग और नचियार कोइल अन्नम दीप स्तंभ भेंट किए
-चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग स्वागत में सांस्कृतिक कलाकारों ने कार्यक्रम पेश किया। रामायण आधारित कहानी का मंचन भी प्रस्तुत किया गया।
-प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शी को शोर मंदिर के महत्व और इतिहास की जानकारी दी साथ ही दोनों नेताओं ने नारियल पानी का भी आनंद लिया।
-मोदी और जिनपिंग ने महाबलीपुरम में यूनेस्को हेरिटेज साइट के स्मारकों का भ्रमण किया। इसे पल्लव राजाओं द्वारा स्थापित किया गया था और इन स्मारकों को 7वीं और 8वीं शताब्दी में कोरोमंडल तट के किनारे चट्टान पर उकेरा गया था।
-गणेश रथ मंदिर के पास ढलान पर स्थित एक प्राकृतिक चट्टान के पास मोदी और जिनपिंग ने फोटो खिंचवाए। इस विशाल चट्टान को
कृष्ण की बटर बॉल (मक्खन की गेंद) भी कहा जाता है। 250 टन की यह चट्टान 1200 साल से एक ही स्थान पर स्थित है।
-महाबलीपुरम पहुंचे चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग।
-पीएम नरेन्द्र मोदी तमिल वेशभूषा लुंगी, दुपट्टा और शर्ट में नजर आए। उसी परिधान में किया जिनपिंग का स्वागत।
-राष्ट्रपति जिनपिंग चेन्नई हवाई अड्डे से सीधे आईटीसी चोला होटल पहुंचे। यहां कुछ समय रुकने के बाद महाबलीपुरम के लिए रवाना होंगे।
-होटल के बाहर भारत में काम कर रहे चीनी लोगों ने भारत और चीन का झंडा हाथ में लेकर राष्ट्रपति जिनपिंग का स्वागत किया।
-चीनी राष्ट्रपति के दौरे के मद्देनजर होटल के बाहर एवं शहर में अन्य स्थानों पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई।
-चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग चेन्नई पहुंचे। शाम को महाबलीपुरम में मोदी से करेंगे मुलाकात। चेन्नई पहुंचने पर शी का भव्य स्वागत किया गया।
-मोदी और शी शाम को बंगाल की खाड़ी को निहारते सातवीं सदी के शोर मंदिर परिसर में अनौपचारिक परिवेश में वार्ता करेंगे। इस दौरान कोई सहयोगी नहीं होगा और ना ही कोई एजेंडा होगा। इसमें संबंधों के समग्र विस्तार के लिए नया खाका तैयार करने पर ध्यान केंद्रित होगा।
-मोदी ने चेन्नई पहुंचने पर कामना व्यक्त की कि यह शिखर वार्ता दोनों देशों के बीच संबंधों को और मजबूत करेगी।
-मोदी ने अंग्रेजी, तमिल और चीनी भाषा में ट्वीट किया, “चेन्नई पहुंच गया हूं। मैं तमिलनाडु की महान भूमि पहुंच कर खुश हूं जिसे अपनी अद्भुत संस्कृति एवं आतिथ्य सत्कार के लिए जाना जाता है।’’
-मोदी ने कहा कि यह खुशी की बात है कि तमिलनाडु राष्ट्रपति शी जिनपिंग की मेजबानी करेगा। यह अनौपचारिक शिखर वार्ता भारत और चीन के संबंधों को और मजबूत करे, यही कामना है।
-मोदी ने शुक्रवार को चीनी भाषा में भी ट्वीट किया। उन्होंने चिनफिंग के साथ अपनी अनौपचारिक शिखर वार्ता से पहले अपने पूर्वी पड़ोसी देश तक संदेश पहुंचाने का प्रयास किया।
-विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्विटर पर कहा कि दोनों नेता विभिन्न विषयों पर विचारों का आदान-प्रदान करेंगे जिनमें कोई एजेंडा की सीमा नहीं होगी।
-मोदी और जिनपिंग की अनौपचारिक शिखर वार्ता ऐसे समय में हो रही है जब करीब दो महीने पहले ही भारत ने जम्मू कश्मीर के विशेष दर्जे को वापस लेकर राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांट दिया है।
-पाकिस्तान के करीबी सहयोगी चीन ने भारत के इस कदम की आलोचना की और संयुक्त राष्ट्र महासभा में भी इस विषय को उठाया।
-दोनों नेताओं की पहली अनौपचारिक शिखर वार्ता अप्रैल 2018 में चीन के शहर वुहान में हुई थी। इससे कुछ महीने पहले ही दोनों देशों की सेनाओं के बीच डोकलाम में गतिरोध की स्थिति रही थी।
-चीनी राजदूत सुन वीदोंग ने कहा कि अनौपचारिक शिखर वार्ता से दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों के विकास की दिशा पर दिशानिर्देशक सिद्धांत समेत नई आम-सहमतियां उभर सकती हैं।
-सामरिक मामलों के विशेषज्ञ अशोक कंठ के अनुसार शुक्रवार और शनिवार को शिखर वार्ता में विवादास्पद मुद्दों से आगे बढ़ने पर तथा कश्मीर मसले से दोनों देशों के संबंधों पर प्रतिकूल असर नहीं पड़ने देने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
-चीन के फुजियान प्रांत से मजबूत कारोबारी संबंध रखने वाले मामल्लापुरम शहर को इस आयोजन के लिए सजाया-संवारा गया है तथा सुरक्षा व्यवस्था भी पूरी तरह चाक-चौबंद रखी गयी है। हालांकि इससे स्थानीय लोगों तथा पर्यटकों को थोड़ी असुविधा जरूर हो रही है।
-अधिकारियों के मुताबिक शी पहुंचने के बाद एक आलीशान होटल के लिए रवाना हो जाएंगे। शाम पांच बजे मोदी उन्हें मामल्लापुरम के तीन भव्य स्मारकों का दीदार कराने ले जाएंगे, जिनमें अर्जुन की तपस्या, पंच रथ और शोर मंदिर हैं। दोनों नेता मंदिर परिसर में सांस्कृतिक कार्यक्रम भी देखेंगे।
-मोदी और चिनफिंग शोर मंदिर के लॉन में साथ बैठेंगे और विकास तथा सहयोग का नया खाका तैयार करने पर चर्चा करेंगे। इसके बाद प्रधानमंत्री की ओर से विदेशी मेहमान को शोर मंदिर परिसर में ही निजी रात्रिभोज दिया जाएगा। इस दावत के मेन्यू में कई लजीज परंपरागत व्यंजन शामिल हो सकते हैं।
-अधिकारियों ने बताया कि शनिवार को दोनों नेता फिशरमैन्स कोव रिसॉर्ट में आमने-सामने सीधी बातचीत करेंगे, जिसके बाद प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता होगी। वार्ता के बाद मोदी दोपहर में जिनपिंग को भोज देंगे और इसके बाद दोपहर करीब 12:45 बजे चीन के राष्ट्रपति चेन्नई हवाई अड्डे के लिए रवाना हो जाएंगे।
-पीएम मोदी ममल्लापुरम (महाबलीपुरम) पहुंच चुके हैं। जिनपिंग 5.30 बजे के लगभग महाबलीपुरम पहुंचेंगे।
-तमिलनाडु के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित, मुख्यमंत्री ई. पलनिसामी, डेप्युटी सीएम ओ. पन्नीरसेल्वम ने चेन्नई उतरने पर प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत किया।
-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जिनपिंग के बीच व्यापार, सीमा विवाद समेत कई मुद्दों पर बातचीत होने की संभावना है।
-प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी चेन्नई पहुंचे। आज शाम महाबलीपुरम में जिनपिंग से अनौपचारिक बातचीत करेंगे।
-दोनों नेताओं के बीच यह एक साल में छठी मुलाकात होगी।
-जिनपिंग की यात्रा के मद्देनजर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
-प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चीनी राष्ट्रपति के स्वागत में चीनी भाषा में किया ट्वीट।
-चेन्नई से 60 किलोमीटर दूर महाबलीपुरम में होगी दोनों नेताओं की मुलाकात।
-तटरक्षक बल के साथ नौसेना के जहाज करेंगे निगरानी।
-चीनी राष्ट्रपति भारत के लिए रवाना हो चुके हैं। करीब 2.30 बजे भारत पहुंचेंगे।
-जिनपिंग के साथ 200 लोगों का प्रतिनिधिमंडल भारत पहुंच रहा है।