देहरादून। उत्तरकाशी के बड़कोट में पुलिसकर्मी द्वारा चारधाम यात्रियों को परेशान किए जाने संबंधी सोशल मीडिया पर प्रसारित हो रहे वीडियो का पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने संज्ञान लेते हुए पुलिसकर्मी को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के आदेश दे दिए हैं।
पूर्व में उपरोक्त प्रकरण की जांच कराए जाने के लिए पुलिस अधीक्षक उत्तरकाशी को निर्देशित किया था। जांच में पुलिसकर्मी थाना बड़कोट मामले में दोषी मिलने पर तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने कहा कि सुरक्षित एवं सुगम यात्रा के लिए उत्तराखंड पुलिस कटिबद्ध है। चारधाम यात्रा के दौरान पुलिस अतिथि देवो भवः की थीम पर कार्य कर रही है।
उन्होंने कहा कि यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा नहीं होने दी जाएगी। पुलिस की छवि धूमिल करने वाले पुलिसकर्मी को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। ऐसे पुलिसकर्मी के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
दूसरी तरफ उत्तराखंड की चारधाम यात्रा को लेकर सरकार के सभी दावे हवाई साबित हो रहे हैं। केदारनाथ यात्रा पड़ावों पर भारी अव्यवस्था देखने को मिल रही है। गौरीकुंड में तीन दिनों से बिजली गुल है तो यात्रियों से खाने पीने की सामानों के रेट भी बढाकर लिए जाने की शिकायत आम है।
तीर्थयात्रियों को धामों के लिए वाहन भी नहीं मिल रहे हैं। यह भी शिकायत है कि केदारनाथ में डबल रूम का किराया 8 हजार लिया जा रहा है जबकि फोर बेड का 10 से 15 हजार ले रहे हैं। केदारनाथ यात्रा के अहम पड़ाव गौरीकुंड में पानी की भी समस्या से तीर्थयात्री परेशान हैं।
गुप्तकाशी से गौरीकुंड तक यात्रा मार्ग पर जगह-जगह जाम लग रहा है। तीर्थयात्री हरिद्वार, ऋषिकेश व देहरादून से ये सोचकर पहुंच रहे हैं कि उन्हें रुद्रप्रयाग मुख्य बाजार से बदरीनाथ व केदारनाथ धाम के लिए वाहन उपलब्ध हो जाएंगे, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। गरीब यात्री सड़क में बैठकर वाहनों का इंतजार कर रहे हैं। जो यात्री यहां से गाड़ियां बुक करवा रहे हैं उनसे मनमाने पैसे वसूले जा रहे हैं। इनके रेट्स पर किसी का नियंत्रण नहीं है।
आज सुबह खुलेंगे बद्रीनाथ के कपाट : रविवार प्रात: 6 बजकर 15 मिनट पर श्री बदरीनाथ धाम के कपाट खुल रहे हैं। आदि गुरु शंकराचार्य जी की गद्दी, रावलजी, श्री उद्धवजी, श्री कुबेरजी, तेल कलश गाडू घड़ा और देव डोलियां शनिवार को गढ़वाल स्काउट के बैंड के धुनों के साथ शनिवार पूर्वाह्न योग बदरी मंदिर पांडुकेश्वर से श्री बदरीनाथ धाम पहुंच गई हैं।
देवडोलियों के साथ ही श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय, बदरीनाथ धाम के रावल ईश्वर प्रसाद नंबूदरी, धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल मंदिर समिति उपाध्यक्ष किशोर पंवार, अविमुक्तेश्वरानंद महाराज सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालुगण श्री बदरीनाथ धाम पहुंचे हैं। ऋषिकेश के दानदाताओं ने बद्रीनाथ मंदिर एवं मंदिर परिसर को 15 क्विंटल से अधिक फूलों से सजाया है।
जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग मयूर दीक्षित के निर्देश पर श्री केदारनाथ यात्रा मार्ग में श्रद्धालुओं की सुरक्षा की दृष्टिगत व संभावित आपदाओं में कुशल आपदा प्रबंधन हेतु जंगल चट्टी में डीडीआरएफ जवानों की तैनाती कर दी गई है जबकि यात्रा मार्ग के भीमबली में भी उक्त टीम की तैनाती पूर्व में ही की जा चुकी है।
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदनसिंह रजवार ने बताया कि केदार धाम यात्रा मार्ग के भीमबली पड़ाव पर यात्रियों की सुरक्षा एवं कुशल आपदा प्रबधंन हेतु डीडीआरएफ के जवानों की तैनाती की गई है जिसके लिए भीमबली में टीम लीडर सुभाष सिंह को तैनात किया गया है जिनके नेतृत्व में पांच सदस्यीय टीम तैनात कर दी गई है।
इसके अतिरिक्त जंगल चट्टी में भी मनोहर लाल के नेतृत्व में 03 सदस्यीय टीम की तैनाती की गई है। उन्होंने कहा कि श्री केदारनाथ धाम यात्रा व मानसून अवधि के दृष्टिगत जिला मुख्यालय सहित तहसील जखोली व ऊखीमठ में भी आपदा प्रबंधन हेतु टीमों का गठन करते हुए उनकी तैनाती के निर्देश दिए गए हैं।
इनमें मुख्यालय में 04 सदस्यों की टीम राहुल कुमार के नेतृत्व में तैनात की गई हैं इसी तरह जखोली व ऊखीमठ में दीपक सिंह व प्रकाश के नेतृत्व वाली 3-3 सदस्यों वाली टीमें गठित की गई हैं जबकि श्री केदारनाथ में अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी के नेतृत्व में भी दो सदस्यीय टीम का गठन किया गया है।
उन्होंने उक्त गठित सभी टीम सदस्यों को तत्काल उनसे संबंधित तैनाती स्थल पहुंचकर अपनी योगदान आख्या उपलब्ध कराने के साथ ही प्रतिदिन की आख्या उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिए गए हैं।