नई दिल्ली। prashant kishor : अपनी रणनीति से 2014 के लोकसभा के चुनाव में नरेन्द्र मोदी को प्रधानमंत्री की कुर्सी तक पहुंचाने वाले प्रशांत किशोर कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। खबरों के मुताबिक कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने प्रशांत किशोर को कांग्रेस में एंट्री के लिए हरी झंडी दे दी है। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि सोनिया गांधी ने पार्टी नेताओं से कह दिया है कि प्रशांत किशोर शामिल होंगे और वह 2024 के आम चुनाव के लिए रणनीति बनाने का काम करेंगे।
चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर की ओर से अगले लोकसभा चुनाव और कांग्रेस में नयी जान फूंकने के लिए पेश की गई रणनीति पर पार्टी के भीतर चल रहे गहन मंथन के क्रम में बुधवार को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ चर्चा की गई।
पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला का कहना है कि किशोर की ओर से दिए गए सुझावों पर मंत्रणा का दौर अगले एक-दो दिन में संपन्न हो जाएगा। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के आवास पर हुई बैठक में गहलोत और बघेल के समक्ष किशोर ने अपनी रणनीति रखी और आज कुछ अतिरिक्त सुझाव भी दिए।
इस मौके पर कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, वरिष्ठ नेता अंबिका सोनी और सुरजेवाला भी मौजूद थे। सूत्रों का कहना है कि पीके को पार्टी महासचिव का रोल दिया जा सकता है। वे स्ट्रैटजी और अलायंस पर काम करेंगे। कहा जा रहा है कि सोनिया गांधी के राजनीतिक सचिव रहे अहमद पटेल और मोतीलाल वोरा रणनीतिक मामलों में अच्छी समझ रखते थे।
बैठक के बाद सुरजेवाला ने संवाददाताओं से कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने प्रशांत किशोर के सुझावों पर विचार के लिए एक समिति बनाई थी। इन सुझावों में कांग्रेस संगठन को और प्रभावी बनाने और आने वाले चुनावों में संगठन को चुस्त-दुरुस्त करने, संगठनात्मक बदलाव करने, संगठन को लोगों को अकांक्षाओं के अनुरूप बनाने की बातें शामिल हैं। इन सुझावों पर पिछले तीन दिनों से गहन मंत्रणा हो रही है। उन्होंने बताया कि समिति ने यह समझा कि संगठन को और प्रभावी बनाने के लिए दोनों मुख्यमंत्रियों से उनके सुझाव लेने जरूरी हैं। ऐसे में आज दोनों मुख्यमंत्रियों से मंत्रणा की गई।
पिछले पांच दिनों के भीतर प्रशांत किशोर चौथी बार सोनिया गांधी के आवास पर पहुंचे। उन्होंने सोमवार को भी सोनिया गांधी से मुलाकात की थी। किशोर ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के आवास पर शनिवार को पार्टी के शीर्ष नेतृत्व और वरिष्ठ नेताओं के समक्ष पार्टी में शामिल होने की इच्छा जताई और अगले लोकसभा चुनाव की रणनीति का खाका पेश किया।
सूत्रों ने बताया कि किशोर ने सुझाव दिया है कि उत्तरप्रदेश, बिहार और ओडिशा जैसे कुछ राज्यों में कांग्रेस को नए सिरे से अपनी रणनीति बनानी चाहिए और इन प्रदेशों में गठबंधन से परहेज करना चाहिए।
कांग्रेस सूत्रों के अनुसार अपनी प्रस्तुति में प्रशांत किशोर ने यह भी कहा कि कांग्रेस को लगभग 370 लोकसभा सीट पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए और महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल एवं तमिलनाडु में गठबंधन के साथ चुनावी मैदान में उतरना चाहिए।