नई दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 2001 संसद हमले में शहीद हुए सुरक्षाकर्मियों को सोमवार को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि राष्ट्र उनके सर्वोच्च बलिदान के लिए हमेशा उनका आभारी रहेगा। उन्होंने कहा कि मैं उन बहादुर सुरक्षाकर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं जिन्होंने 2001 में आज ही के दिन एक नृशंस आतंकवादी हमले के खिलाफ दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र की संसद की रक्षा करते हुए अपने प्राणों की आहुति दे दी थी। उनके सर्वोच्च बलिदान के लिए राष्ट्र सदैव उनका आभारी रहेगा।
मोदी ने संसद हमले के शहीदों को दी श्रद्धांजलि : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2001 में आज ही के दिन संसद पर हुए हमले में आतंकवादियों का मुकाबला करते हुए शहीद हुए सुरक्षाकर्मियों को सोमवार को श्रद्धांजलि दी। हमले में शामिल सभी 5 आतंकवादी मारे गए थे और 8 सुरक्षाकर्मी भी शहीद हो गए थे। हमले में 1 माली भी मारा गया था। हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में काफी तनाव उत्पन्न हो गया था।
मोदी ने ट्वीट किया कि मैं उन सभी सुरक्षाकर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं, जो 2001 में संसद हमले के दौरान अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए शहीद हो गए थे। राष्ट्र के लिए उनकी सेवा तथा सर्वोच्च बलिदान हर नागरिक को प्रेरित करता है।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने 2001 में आज ही के दिन संसद पर हुए हमले में आतंकवादियों का मुकाबला करते हुए शहीद हुए सुरक्षाकर्मियों को सोमवार को श्रद्धांजलि दी। शाह ने ट्वीट किया कि भारतीय लोकतंत्र के मंदिर संसद भवन पर हुए कायरतापूर्ण आतंकवादी हमले में राष्ट्र के गौरव की रक्षा हेतु अपना सर्वोच्च बलिदान देने वाले सभी बहादुर सुरक्षाबलों के साहस व शौर्य को कोटिश: नमन करता हूं। आपका अद्वितीय पराक्रम व अमर बलिदान सदैव हमें राष्ट्रसेवा हेतु प्रेरित करता रहेगा।
आज ही के दिन 2001 में हुए हमले में शामिल सभी 5 आतंकवादी मारे गए थे और राज्यसभा सचिवालय, दिल्ली पुलिस तथा केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के 8 सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए थे। हमले में एक माली की भी जान गई थी।