Prime Minister Modi kept the allies away from these ministries : राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के सहयोगी दलों के दम पर केन्द्र में तीसरी बार सरकार बनाने वाले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सहयोगी दलों को महत्वपूर्ण, संवेदनशील तथा भारी-भरकम मंत्रालयों से दूर ही रखा है।
मोदी ने सोमवार को मंत्रिपरिषद के सदस्यों के विभागों का बंटवारा किया जिसमें सभी शीर्ष और महत्वपूर्ण मंत्रालय भाजपा नेताओं को ही दिए गए हैं।
ऊपर के शीर्ष पांच मंत्रालयों में कोई बदलाव नहीं किया गया है और इनकी जिम्मेदारी मोदी के दूसरे कार्यकाल वाले मंत्री ही संभालेंगे।
बंटवारे में जनता दल एस के कोटे से कैबिनेट मंत्री बने एचडी कुमारस्वामी को भारी उद्योग और इस्पात मंत्री, हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के जीतनराम मांझी को सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री, जदयू के राजीव रंजन सिंह को पंचायती राज मंत्री और मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी, तेदेपा के राममोहन नायडू को नागरिक उड्डयन मंत्री और लोजपा के चिराग पासवान को खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री बनाया गया है।
स्वतंत्र प्रभार वाले मंत्रियों में शिवसेना के जाधव प्रतापराव गणपतराव को आयुष और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री, जबकि रालोद के जयंत चौधरी को कौशल विकास और उद्ममिता के साथ शिक्षा मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई है।
प्रमुख कैबिनेट मंत्रियों ने पिछली भाजपा सरकार में उनके पास रहे विभागों को बरकरार रखा :
राजनाथ सिंह (भाजपा): उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से लेकर भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष तक की लंबी राजनीतिक पारी खेलने वाले राजनाथ सिंह मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में रक्षामंत्री बनाए गए हैं। उन्होंने रक्षा मंत्रालय बरकरार रखा है।
अमित शाह (भाजपा): अमित शाह ने गृह और सहकारिता मंत्रालय बरकरार रखा है। पिछली सरकार में भी वे गृह और सहकारिता मंत्रालय की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। वह छह साल तक भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रहे हैं।
नितिन गडकरी (भाजपा): नितिन गडकरी ने सड़क और राजमार्ग मंत्रालय बरकरार रखा है। अपने शुरुआती दिनों से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े रहे गडकरी को जैव ईंधन के उपयोग को हतोत्साहित करने के लिए जाना जाता है। वह भी भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुके हैं।
निर्मला सीतारमण (भाजपा): नवगठित केंद्रीय मंत्रिमंडल में वित्त और कॉर्पोरेट मामलों का जिम्मा संभाल रहीं निर्मला सीतारण के पास पिछली सरकार में भी ये मंत्रालय थे।
एस. जयशंकर (भाजपा): पूर्व राजनयिक एस. जयशंकर पिछली मोदी सरकार में विदेश मंत्री थे। उन्होंने इस बार भी अपना मंत्रालय बरकरार रखा है।
पीयूष गोयल (भाजपा): पीयूष गोयल पिछली मोदी सरकार में वाणिज्य और उद्योग, उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण और कपड़ा मंत्री थे। इस बार फिर से उन्हें वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय की जिम्मेदारी मिली है।
धर्मेंद्र प्रधान (भाजपा): धर्मेंद्र प्रधान शिक्षा मंत्री और कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री के रूप में कार्य कर चुके हैं। उन्होंने इस बार शिक्षा मंत्रालय बरकरार रखा है।
सर्बानंद सोनोवाल (भाजपा): सर्बानंद सोनोवाल पिछली मोदी सरकार में बंदरगाह, पोत परिवहन और जलमार्ग और आयुष मंत्री थे। उन्हें मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में बंदरगाह, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय बरकरार रखा है।
वीरेंद्र कुमार (भाजपा): पिछली मोदी सरकार में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री रहे वीरेंद्र कुमार ने अपना मंत्रालय बरकरार रखा है।
अश्विनी वैष्णव (भाजपा): अश्विनी वैष्णव पिछली मोदी सरकार में रेलवे और सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) मंत्री थे। इस बार वे रेलवे और आईटी के अलावा सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय का भी कार्यभार संभाल रहे हैं।