नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शुक्रवार को 2 दिवसीय दौरे पर बांग्लादेश पहुंचे। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने ढाका एयरपोर्ट पर उनका स्वागत किया। मोदी कुछ ही देर में राष्ट्रीय शहीद स्मारक जाएंगे और बांग्लादेश मुक्ति संग्राम में शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। इसके बाद वह अपराह्न में बांग्लादेश के राष्ट्रीय दिवस के कार्यक्रम में शामिल होने के बाद शाम को बापू बंगबंधु डिजिटल वीडियो प्रदर्शनी का उद्घाटन करेंगे।
इसके बाद प्रधानमंत्री बांग्लादेश के राष्ट्रपति अब्दुल हमीद से भेंट करेंगे और मेजबान प्रधानमंत्री श्रीमती हसीना के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की बैठक में शिरकत करेंगे। वह बांग्लादेश के विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं और गणमान्य लोगों से भी मिलेंगे। मोदी ने बांग्लादेश रवाना होने से पहले कहा कि मुझे खुशी है कि कोविड-19 महामारी की शुरुआत के बाद किसी ऐसे पड़ोसी मित्र देश की यह मेरी पहली विदेश यात्रा है जिसके साथ भारत के सांस्कृतिक, भाषायी और दोनों देशों के लोगों के बीच आपस में गहरे संबंध हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि वह बांग्लादेश के राष्ट्रीय दिवस समारोह में अपनी भागीदारी का उत्सुकता से इंतजार कर रहे हैं। बांग्लादेश के राष्ट्रपिता बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान की जन्मशती भी मनाई जा रही है। बंगबंधु पिछली शताब्दी के कद्दावर नेताओं में से एक थे जिनका जीवन और आदर्श लाखों लोगों को प्रेरित करता है। उनकी स्मृति को सम्मान देने के लिए वह तुंगीपाड़ा में बंगबंधु की समाधि पर जाएंगे।
उन्होंने कहा कि वह पौराणिक परंपरा की 51 शक्तिपीठों में से एक प्राचीन जशोरेश्वरी काली मंदिर में देवी काली की पूजा करने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैं विशेष रूप से ओराकांडी में मतुआ समुदाय के प्रतिनिधियों के साथ अपनी बातचीत की भी प्रतीक्षा कर रहा हूं, जहां से श्री हरिचंद्र ठाकुरजी ने अपने पवित्र संदेश का प्रसार किया।
मोदी ने कहा कि मेरी यात्रा प्रधानमंत्री शेख हसीना के दूरदर्शी नेतृत्व के तहत बांग्लादेश की उल्लेखनीय आर्थिक और विकासात्मक प्रगति के लिए न केवल उनकी सराहना करने का अवसर होगी, बल्कि इन उपलब्धियों के लिए भारत के सहयोग के लिए भी प्रतिबद्ध होगी। मैं कोविड-19 के खिलाफ बांग्लादेश के संघर्ष के लिए भारत के समर्थन और एकजुटता को भी व्यक्त करूंगा।