अचानक रात में रेलवे स्टेशन पहुंचकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सबको चौंकाया...

Webdunia
मंगलवार, 18 सितम्बर 2018 (09:48 IST)
वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के मंडुवाडीह रेलवे स्टेशन का रात में औचक निरीक्षण कर यात्री सुविधाओं का जायजा लिया। मोदी ने सोमवार देर रात शहरी इलाके में स्थित मंडुवाडीह रेलवे स्टेशन का औचक निरीक्षण कर सबको चौंका दिया। उनका काफिला करीब दस बजे स्टेशन परिसर में प्रवेश किया तो उन्हें देखकर यात्री एवं अधिकारी चौंक गए। उन्हें प्रधानमंत्री को यहां देखकर यकीन नहीं हो रहा था।
 
प्रधानमंत्री चुनिंदा गाड़ियों के काफिले के साथ स्टेशन पहुंचे तथा अपनी गाड़ी से उतरते ही सीधे प्लेटफॉर्म संख्या एक पर जाकर यात्री सुविधाओं को करीब से देखा। रेलवे अधिकारियों से निर्माणाधीन विकास कर्यों के बारे जानकारी प्राप्त की और फिर करीब 10 मिनट बाद रात्रि विश्राम के लिए डीजल इंजन रेल कारखाना (डीरेका) अतिथि गृह के लिए रवाना हो गए।
 
प्रधानमंत्री के साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एवं भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सांसद डॉ. महेंद्रनाथ पांडेय भी मौजूद थे। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि अगले साल 21-23 जनवरी को वाराणसी में प्रस्तावित 15वें प्रवासी भारतीय सम्मेलन के दौरान आने वाले हजारों विदेशी मेहमानों में बड़ी संख्या में इसी स्टेशन से इलाहाबाद में आयोजित विश्व प्रसिद्ध कुंभ मेला देखने जा सकते है। यही कारण है कि प्रधानमंत्री जरूरी इंतजामों को खुद देखना चाहते थे। 
 
वे इस सम्मेलन के प्रति बेहद गंभीर हैं तथा अतिथियों के स्वागत की तैयारियों के लिए खुद पहल कर रहे हैं। पिछले दौरे के दौरान उन्होंने सम्मेलन की घोषणा करते हुए लोगों से दिलखोल कर मेहमानों का स्वागत करने की अपील की थी।
 
गौरतलब है कि रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा लोगों की मांग का हवाला देते हुए मंडुवाडीह स्टेशन का नाम बदलने की संभावना पहले ही व्यक्त कर चुके हैं। प्रवासी सम्मेलन से पहले इसका नाम 'बनारस' या 'काशी' रखने जाने की संभावना है। मंडुवाडीह पहुंचने से पहले प्रधानमंत्री श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में विधिविधान से पूजा-अर्चना की तथा यहां पहुंचने के मार्गों के चौड़ीकरण एवं सुंदरीकरण योजनाओं जानकारी संबंधित अधिकारियों से ली तथा कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया।
 
इसके बाद उनका काफिला सीधे मंडुवाडीह रेलवे स्टेशन की ओर रवाना हो गया। उनके 68वें जन्मदिन पर दुल्हन की तरह सजे-धजे इस शहर में मंदिर आने-जाने के दौरान उनके स्वागत में बड़ी संख्या में लोग सड़कों के किनारे एवं अपने मकान की छतों एवं बरामदें में खड़े दिखे। उनकी एक झलक पाने को बेताब लोग 'हर-हर महादेव' के जयकारे  लगाकर अभिवादन एवं स्वगात किया। 
 
कार की अगली सीट पर बैठे मोदी ने लोगों का अभिवादन स्वीकार किया। प्रसन्न मुद्रा में उन्होंने कभी हाथ जोड़कर, तो कभी हाथ हिलाकर लोगों का अभिवादन स्वीकार करने के साथ उन्हें प्रणाम किया। मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विशाल सिंह ने बताया कि मोदी ने मंदिर क्षेत्र में सड़क निर्माण कार्य के आवश्यक पुराने भवनों की खरीद एवं उसे ध्वस्त कर निर्माण कार्य शीघ्र पूरा करने का निर्देश दिया है। उन्होंने जनभावना का पूरा ख्याल रखने को कहा है।
 
प्रधानमंत्री के मंदिर में पूजा-अर्चना एवं निरीक्षण के दौरान योगी आदित्यनाथ एवं डॉ.पांडेय उनके साथ मंदिर मौजूद थे। सिंह ने प्रधानमंत्री को अंगवस्त्रम् भेंट कर स्वागत किया। मोदी अपने दो दिवसीय दौरे पर कल शाम करीब पांच बजे यहां आए थे। नरउर गांव में डीरेका में गरीब बच्चों के साथ अपना जन्मदिन बनाया। उनसे संवाद किया और उन्हें उपहार दिए।
 
बच्चों ने भी मोदी को अपने हाथों बनाए ग्रिटिंग कार्ड भेंट किया। उन्होंने आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों से मुलाकात के दौरान उन्हें 'यशोदा मां' कहकर संबोधित किया। मंगलवार को प्रधानमंत्री काशी हिन्दू विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित समारोह में 557 करोड़ रुपए अनुमानित लागत की विकास योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास करेंगे।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

हिमाचल में सामने आई उड़ने वाली दुर्लभ गिलहरी, क्या है इसकी विशेषता

2011 से भी बड़ी तबाही आएगी 2025 में, सुनामी को लेकर एक महिला की भविष्यवाणी!

अब अमेरिका में ही बढ़ेगी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मुश्किलें

केजरीवाल ने शीश महल के रखरखाव पर हर महीने खर्च किए 31 लाख रुपए

वक्फ के बाद अब संघ की नजर ईसाइयों की भूमि पर

सभी देखें

नवीनतम

देश में लागू हुआ नया वक्‍फ कानून, राष्‍ट्रपति मुर्मू ने दी मंजूरी

Waqf को लेकर कंगना रनौत ने साधा निशाना, कांग्रेस पर लगाया यह आरोप...

उप्र के सभी जिलों में श्रीरामचरितमानस का अखंड पाठ शुरू, रविवार को होगी पूर्णाहुति

मेघालय 10वीं बोर्ड का परीक्षा परिणाम घोषित, 87 फीसदी से ज्‍यादा विद्यार्थी हुए उत्तीर्ण

उम्मीद है श्रीलंका तमिल समुदाय की आकांक्षाओं को पूरा करेगा : नरेंद्र मोदी

अगला लेख