मुंबई, पबजी खेलने के लिए आनलाइन लेनदेन के माध्यम से दस लाख रुपये खर्च करने के बाद जोगेश्वरी इलाके का एक किशोर घर से भाग गया। अभिभावकों ने बड़ी रकम खर्च करने के लिए 16 वर्षीय किशोर को डांटा था।
एक पुलिस अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि पुलिस ने भागे हुए किशोर को गुरुवार दोपहर को अंधेरी (पूर्व) में महाकाली केव्स इलाके में खोज निकाला और उसके बाद उसे माता-पिता के पास भेज दिया।
अधिकारी ने बताया कि घटना बुधवार की शाम को सामने आई। लड़के के पिता ने एमआइडीसी थाने में उसके लापता होने की शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने अपहरण का मामला दर्ज कर उसकी तलाश शुरू की। जांच के दौरान लड़के के पिता ने पुलिस को बताया कि किशोर पिछले महीने से पबजी का आदी हो गया था और मोबाइल फोन पर खेलते हुए उसने अपनी मां के बैंक खाते से दस लाख रुपये खर्च कर दिए। अधिकारी ने बताया कि जब अभिभावकों को आनलाइन लेनदेन का पता चला तो उन्होंने उसे डांटा जिसके बाद उसने एक पत्र लिखा और घर छोड़कर चला गया।
गौरतलब है कि यह गेम आनलाइन एक ऐसा बैटल ग्राउंड उपलब्ध करवाता है, जिसमें स्वयं को बचाने के लिए जद्दोजहद चलती है। जैसे-जैसे खेल आग बढ़ता है इसके अनुसार रैंकिंग मिलती है। नतीजा किशोर व युवा इसमें बुरी तरह डूबने लगते हैं। इस गेम को खेलने वाले की मानसिकता ऐसी हो जाती है कि वह लक्ष्य पाने में विफल रहने पर खुद को बुरी तरह मारता और पीटता है। कई बार गंभीर रूप से घायल हो जाता है। कई बार बेहोशी के आलम में भी चला जाता है।
किशोर रात को आनलाइन होकर एक-दूसरे से प्रतिस्पर्धा करते हैं। इन किशोरों को गेम में सिर्फ रैंकिंग चाहिए। गेम का मकड़जाल उन्हें इस कदर अपनी गिरफ्त में ले रहा है कि कई तो बीमार होने लगे हैं। हालांकि चीन और कई देशों ने इस गेम पर प्रतिबंध लगा दिया है, लेकिन भारत में यह आनलाइन गेम काफी प्रचलित हो रहा है। इससे पहले ब्लू वेल गेम ने भी युवाओं को भटका दिया था। जिसमें देश के कई किशोर अपनी जान तक गंवा चुके हैं।