पुणे रहने लायक शहरों में नंबर एक पर, राजधानी दिल्ली 65वें स्थान पर

Webdunia
सोमवार, 13 अगस्त 2018 (20:40 IST)
नई दिल्ली। केंद्रीय शहरी मामलों के मंत्रालय द्वारा जारी की गई रहने लायक शहरों की सूची में पुणे को पहला स्थान मिला है, जबकि  देश की राजधानी दिल्ली 65 वें स्थान पर रही है। उत्तर प्रदेश का रामपुर इस सूची में सबसे नीचे रहा। 
 
मंत्रालय द्वारा जारी जीवन सुगमता सूचकांक (लिवेबिलिटी इंडेक्स) में महाराष्ट्र के तीन शहरों को जगह मिली और तीनों ही शीर्ष पर रहे। पुणे जहां पहले स्थान पर रहा, वहीं नवी मुंबई और ग्रेटर मुंबई क्रमश: दूसरे और तीसरे नंबर पर रहे। मध्यप्रदेश के 2 शहरों को टॉप 10 में स्थान मिला है। 
 
इस सूची में चौथे नंबर पर तिरुपति, पांचवें पर चंडीगढ़, छठे पर ठाणे, 7वें पर छत्तीसगढ़ का रायपुर, आठवें पर इंदौर, नौवें पर विजयवाड़ा और दसवें नंबर पर मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल है। तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई को इस सूची में 14वां स्थान मिला है। यह सर्वेक्षण देश के 111 शहरों में किया गया। 
 
केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्री हरदीपसिंह पुरी ने बताया कि यह सर्वे चार मानदंडों- शासन, सामाजिक संस्थाओं, आर्थिक एवं भौतिक अवसंरचना पर आधारित है। पहले 116 शहरों को सर्वे में शामिल करने की योजना थी। सर्वे में शहरों को 100 अंकों के जरिए 15 कैटेगरी और 78 मानकों का ध्यान रखा गया। संस्थानिक और सोशल पैरामीटर के 25-25 अंक निर्धारित थे। सबसे ज्यादा नंबर फिजिकल पैरामीटर के थे और 5 अंक इकोनॉमिक पैरामीटर के थे।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

48MP का AI कैमरे के साथ iPhone 16e को टक्कर देने आया Google का सस्ता स्मार्टफोन

Toll Tax को लेकर नितिन गडकरी ने दी Good News, बताया क्या है अगला प्लान

CM ने नागपुर हिंसा का ठीकरा फिल्म छावा पर फोड़ा, शिवसेना के मुखपत्र सामना में दावा

दिशा सालियान मौत की खुली फाइल, आदित्‍य ठाकरे क्‍यों हुए बेचैन, क्‍या एफआईआर होगी?

राजस्थान के बाद मध्यप्रदेश में भी उठी कोचिंग संस्थानों पर नकेल कसने की मांग

सभी देखें

नवीनतम

जज यशवंत वर्मा के तबादले पर वकीलों ने उठाया सवाल, कहा- गंभीर मामला, इस्तीफा लेना चाहिए

मनजिंदर सिरसा ने की CTI अधिकारियों से मुलाकात, जानिए किन मुद्दों पर हुई बात...

मध्‍यप्रदेश के चंबल क्षेत्र में विकास की बहार, CM यादव ने किया 1 हजार करोड़ की औद्योगिक इकाई का भूमि पूजन

त्रि-भाषा फॉर्मूले को लेकर बढ़ा विवाद, तमिलनाडु के सांसदों ने लगाया यह आरोप

नई लाशें बिछाने के लिए गड़े मुर्दे उखाड़ दिए, संजय राउत का भाजपा पर निशाना

अगला लेख