रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन को नई जिम्मेदारी सौंपी गई है। तमिलनाडु सरकार ने उन्हें आर्थिक सलाहकार परिषद में शामिल किया है। मुख्यमंत्री एमके स्टालिन की इस अडवाइजरी काउंसिल में कई आर्थिक विशेषज्ञों को शामिल किया गया है।
रघुराम राजन के साथ-साथ नोबल पुरस्कार विजेता एस्थर डुफ्लो और डॉक्टर अरविंद सुब्रमणियन को भी जगह दी गई है। तमिलनाडु सरकार के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने सोमवार को इसकी जानकारी दी।
उन्होंने कहा, इस काउंसिल के सुझावों के आधार पर राज्य की इकॉनमी को मजबूत करने के साथ ही यह पक्का किया जाएगा कि इकॉनोमिक ग्रोथ के लाभ समाज के सभी वर्गों तक पहुंचे।
इस काउंसिल में डेवलपमेंट इकॉनोमिस्ट जीन ड्रेज को भी शामिल किया गया है।
तमिलनाडु की पिछली सरकार के कार्यकाल के दौरान राज्य की आर्थिक स्थिति कमजोर हुई थी। इस वजह से नई राज्य सरकार को कुछ मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।
जानकारी के लिए बता दें कि, रघुराम राजन मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों के आलोचक रहे हैं। वहीं भारत में कोरोना की बेकाबू स्थिति के लिए उन्होंने लीडरशिप और दूरदर्शिता की कमी को जिम्मेदार ठहराया था। उन्होंने साथ ही कहा था कि पिछले साल कोविड की पहली लहर के बाद देश में पैदा हुई आत्ममुग्धता का भी भारत को नुकसान उठाना पड़ा।
वहीं बात अगर अरविंद सुब्रमणियन की बात करें तो वित्त मंत्रालय के पूर्व में मुख्य आर्थिक सलाहकार रहे अरविंद ने पिछले साल जुलाई 2020 में अशोका यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर के तौर पर काम शुरू किया था। इस साल मार्च में उन्होंने यूनिवर्सिटी प्रोफेसर के पद से इस्तीफा दे दिया था।