संसद में शुक्रवार का दिन विशेष रहा। मोदी सरकार के खिलाफ विपक्ष का अविश्वास प्रस्ताव गिर गया। सदन में जहां हंसी-ठहाके गूंजे, वहीं आरोप प्रत्यारोप का दौर भी चला। न राहुल ने मोदी को बख्शा और न ही मोदी ने राहुल की बखिया उधेड़ने में कोई कसर छोड़ी।
	 
 
									
			
			 
 			
 
 			
					
			        							
								
																	
	 
	दूसरी ओर संसद के बाहर भी सोशल मीडिया पर चुटकुलों और कटाक्षों की भरमार रही। कार्टून भी खूब पोस्ट किए गए। नीतू नामक ट्विटर हैंडल से एक फोटो पोस्ट किया गया, जिसमें राहुल को मोदी से गले मिलते दिखाया गया, उस पर लिखा था कि पहली बार मैंने इस मुहाबरे का अर्थ समझा- 'जबर्दस्ती गले पड़ना'।
	 
 
									
										
								
																	
	 
	फिल्म 'शोले' की थीम पर एक कार्टून काफी सुर्खियों में है, जिसमें मोदी अमित शाह से कहते दिख रहे हैं कि लास्ट 1-2 महीने से ग्राफ गिर रहा है, कुछ कीजिए। अमित शाह जय-वीरू की तरह एक पिलर के पीछे छिपकर कहते हैं कि सरकार के पास बहुमत नहीं है। अविश्वास प्रस्ताव लाया जाए तो गिर जाएगी। इसमें राहुल गांधी को जेलर के रूप में दर्शाया गया है।
	 
 
									
											
									
			        							
								
																	
	 
	एक ने ट्विटर पर लिखा- ये कैसे संस्कार? आदमी यदि भूल करे तो माफी मांगे पैर पड़कर, लेकिन आरोप लगाने वाला ही आरोपी के गले पड़े ये पहली बार देखा!
 
									
										
										
								
																	
	 
	योगेश उपाध्याय नामक ट्विटर हैंडल पर लिखा गया- घायल किया राहुल जी ने खड्ग बिना ढाल, आज तक कराह रहे है सत्ता पक्ष के लाल।
	 
 
									
											
								
								
								
								
								
								
										
			        							
								
																	
	 
	एक अन्य व्यक्ति ने लिखा कि कल के ड्रामे से एक ही बात सामने निकलकर आई, जो अभी भारतीय पप्पू था, अब सांसारिक पप्पू घोषित हो गया है। 
	 
 
									
			                     
							
							
			        							
								
																	
	श्रवण जैन नामक ट्विटर हैंडल पर एक फोटो पोस्ट किया गया, जिसका आशय था कि पेट के लिए रोटी जरूरी है, देश के लिए नरेन्द्र मोदी जरूरी हैं, नौटंकी के अरविन्द केजरीवाल और मनोरंजन के लिए राहुल गांधी बहुत जरूरी हैं। 
 
									
			                     
							
							
			        							
								
																	
	 
	चंचल सुंदेशा ने लिखा कि कोई सा भी बटन दबाओ वोट मोदीजी को ही जा रहा था जी, अगर पर्ची से वोट होता तो सरकार गिर जाती। सुंदेश एक अन्य ट्वीट में लिखते हैं कि लंबे भाषण की वजह से मायावती के सब सांसद सो गए, नहीं तो मोदी सरकार गिरनी तय थी। उल्लेखनीय है कि बसपा का लोकसभा में एक भी सांसद नहीं है।