नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) देश के संविधान पर आक्रमण कर रहे हैं। उन्होंने पार्टी के अनुसूचित जाति विभाग की ओर से आयोजित संसद घेराव कार्यक्रम में यह भी कहा कि विपक्ष को संसद के भीतर दलितों, किसानों और नौजवानों की आवाज नहीं उठाने दी जा रही है।
यह कार्यक्रम दिल्ली में दुष्कर्म एवं हत्या के मामले की पीड़ित बच्ची के लिए न्याय की मांग को लेकर जंतर-मंतर पर आयोजित हुआ था। राहुल गांधी ने कहा, आजादी से पहले हमारे दलित भाई-बहनों को अंधेरे में रखा जाता था, उन्हें उनका हक नहीं मिलता था। संविधान आने के बाद उनको उनका अधिकार मिला। कांग्रेस और बाबासाहेब ने मिलकर दलित भाई-बहनों को उनका अधिकार दिया।
उन्होंने आरोप लगाया, नरेंद्र मोदी, भाजपा, आरएसएस और उनके चार-पांच उद्योगपति मित्र मिलकर संविधान पर हमला कर रहे हैं। जहां भी देखिए, वहां संविधान पर हमला हो रहा है। कांग्रेस नेता ने कहा, संसद में हम किसानों, दलितों, पिछड़ों और महिलाओं के मुद्दे उठाएं तो हमें बात नहीं करने दी जाती। देश के इतिहास में पहली बार संसद के भीतर सांसदों को पीटा गया, धक्का-मुक्की की गई।
उन्होंने कहा, किसान जब अपने अधिकार मांगते हैं तो नरेंद्र मोदी जी उन्हें देशद्रोही और खालिस्तानी बोलते हैं।राहुल गांधी ने दावा किया, छोटे एवं मझोले कारोबारों को नष्ट कर दिया गया। हमने कहा कि जनता को सीधे पैसा दीजिए। लेकिन मोदी जी ने सिर्फ अपने कुछ उद्योगपतियों को पैसे दिए, बाकी लोगों को कुछ नहीं दिया।
उन्होंने कहा, देश की जनता को सबकुछ समझ में आ रहा है। दलितों, गरीबों, किसानों और मजदूरों में एक आवाज सुनाई दे रही है। एक दिन यह आवाज तूफान बन जाएगी और यही तूफान नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री के पद से हटाएगा। राहुल गांधी ने भाजपा और आरएसएस पर निशाना साधते हुए कहा, महात्मा गांधी और बाबासाहेब ने सिर्फ एक बात सिखाई है कि डरना नहीं है। जिस दिन हिंदुस्तान इनसे डरना बंद कर देगा, उस दिन ये भाग जाएंगे।
कांग्रेस के अनुसूचित जाति विभाग के अध्यक्ष नितिन राउत ने कहा, दलितों के साथ अत्याचार के खिलाफ राहुल गांधी और कांग्रेस लड़ रहे हैं। दिल्ली की बच्ची को न्याय के लिए लड़ाई लड़ी जा रही है। दलित समाज भाजपा की हकीकत समझ चुका है और इनको सबक सिखाएगा।(भाषा)