नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने दावा किया गया कि मणिपुर के नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के आवास पर अपने जूते उतारने के लिए कहा गया, जबकि वह (शाह) खुद चप्पल पहने हुए थे। गांधी के इस दावे पर सत्तापक्ष ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की।
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने आरोप लगाया कि राहुल ने गृह मंत्री के खिलाफ अपने 'बेहद हास्यास्पद' आरोप के जरिये धार्मिक परंपराओं पर 'आघात' किया है।
राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान लोकसभा में विपक्ष की ओर से सबसे पहले बोलते हुए राहुल ने शाह को माफी मांगने को कहा। कांग्रेस नेता ने कहा कि मणिपुर के एक नेता ने उन्हें बताया कि उन्हें गृह मंत्री के साथ मुलाकात के दौरान कथित तौर पर जूते उतारने के लिए कहे जाने पर अपमानित महसूस हुआ। यह राज्यों के संघ बनाम 'राजा के विचार' की धारणा प्रतिनिधित्व करता है।
राहुल ने कहा कि कुछ दिन पहले, एक राजनीतिक नेता, मैं नाम नहीं ले रहा हूं, मणिपुर से मेरे पास आए थे। वह बहुत आक्रोशित थे। मैंने कहा 'तुम नाराज क्यों हो मेरे भाई' तो उन्होंने कहा कि राहुल जी मैंने इससे पहले कभी इतना अपमानित महसूस नहीं किया जितना कुछ दिन पहले से कर रहा हूं।
राहुल ने कहा कि उक्त नेता ने उन्हें बताया कि मणिपुर के वरिष्ठ नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल गृह मंत्री से मिलने गया था। इसके बाद उन्होंने नेता को उद्धृत करते हुए कहा कि शाह के घर के बाहर प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों को अपने जूते उतारने के लिए कहा गया था और जब वे गृह मंत्री के कमरे के अंदर गए, तो उन्होंने पाया कि उन्होंने अपनी 'चप्पल' पहनी हुई थी।
राहुल ने सवाल किया, 'इसका क्या मतलब है? इसका वास्तव में क्या मतलब है? ऐसा क्यों है कि गृह मंत्री के घर में वह 'चप्पल' पहन सकते हैं लेकिन मणिपुरी राजनेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल ऐसा नहीं कर सकता?'
सत्तापक्ष के सदस्यों ने जब इस दावे को चुनौती दी तो पूर्व कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि उन्होंने भी आरोप की सत्यता पर सवाल उठाया था लेकिन मणिपुर के नेता ने उन्हें तस्वीरें दिखाईं।
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने राहुल पर पलटवार करते हुए उन पर गृह मंत्री के खिलाफ 'बेहद हास्यास्पद' आरोप लगाने का इल्जाम लगाया। गोयल ने कहा कि आपने हमारे सभी लोगों की धार्मिक संवेदनाओं पर आघात किया है। क्या वह इस सदन में हमारी धार्मिक परंपराओं के बारे में ऐसी टिप्पणी कर सकते हैं? वह धार्मिक परंपराओं पर हमला कर रहे हैं। यह हम सभी की धार्मिक परंपराओं पर हमला है।
वहीं, असम के मुख्यमंत्री और भाजपा नेता हिमंत बिस्व सरमा ने ट्विटर पर कहा, 'राहुल गांधी, जो असम के नेताओं की मौजूदगी में कुत्तों को बिस्कुट खिलाना पसंद करते हैं और फिर वही बिस्कुट उन्हें देते हैं, उन्हें राजनीतिक शालीनता के बारे में बात करना शोभा नहीं देता।'