अहमदाबाद। गुजरात में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) को लेकर राहुल गांधी ने जो बयान दिया था, वह उनके लिए ही मुसीबत का सबब बन गया है।
दरअसल, वडोदरा में छात्रों को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा था कि भाजपा का मुख्य संगठन आरएसएस है। उसमें कितनी महिलाएं हैं? क्या कभी आपने शाखा में महिलाओं को देखा है? शाखा में कभी महिलाओं को शॉर्ट्स में देखा है? राहुल ने आगे कहा कि मैंने तो नहीं देखा। पता नहीं महिलाओं ने क्या गलती की है। आरएसएस में एक भी महिला नहीं दिखती। कांग्रेस में तो हर जगह महिलाएं दिखाई देती हैं।
राहुल के इस बयान से विवाद खड़ा हो गया है। राजकोट में भाजपा की महिला कार्यकर्ताओं ने विरोधस्वरूप राहुल के पुतले को बिंदी लगाकर साड़ी पहनाई। साथ ही राहुल और कांग्रेस के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी हुई। इस विरोध प्रदर्शन में मुख्यमंत्री विजय रूपाणी की पत्नी अंजलि रूपाणी भी शामिल थीं।
क्या राहुल यह नहीं जानते : राहुल गांधी ने महिलाओं को शॉर्ट्स पहनने के नाम पर संघ पर निशाना तो साध लिया, लेकिन शायद उन्हें यह नहीं मालूम की संघ की तर्ज पर महिलाओं की राष्ट्र सेविका समिति भी समानांतर रूप से काम करती है। इसके अलावा दुर्गा वाहिनी जैसे संगठन भी महिलाएं ही संचालित करती हैं। अब या तो राहुल गांधी को इसके बारे में जानकारी नहीं है या फिर शॉर्ट्स के नाम उनका एकमात्र उद्देश्य भाजपा अथवा संघ की आलोचना करना था।