नई दिल्ली। नेशनल हेराल्ड मामले में पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से प्रर्वतन निदेशालय (ED) की टीम दूसरे दिन भी पूछताछ कर रही हैं। आज सुबह कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ईडी पूछताछ के विरोध में जमकर प्रदर्शन किया। इस दौरान पुलिस ने रणदीप सुरजेवाला समेत कई कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की भी पुलिस से नोकझोक हुई।
पुलिस ने कांग्रेस दफ्तर के आसपास धारा 144 लागू कर सुरक्षा सख्त कर दी। कांग्रेस नेता राहुल गांधी के ED के सामने पेश होने से पहले कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी के समर्थन में पार्टी मुख्यालय के पास प्रदर्शन किया। दिल्ली पुलिस ने उन्हें हिरासत में लिया।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि ये समझ से परे है कि यहां की पुलिस प्रशासन को सरकार की ओर से कितना बड़ा दबाव झेलना पड़ रहा है। कानून अपना काम करे, 144 लगा है तो आप हिरासत में ले लीजिए लेकिन आप पार्टी कार्यालय में आने से नहीं रोक सकते हैं, लोकतंत्र की हत्या हो रही है।
कांग्रेस पार्टी ने ट्वीट कर कहा, तानाशाही हुकूमत देखना है जोर कितना तुम्हारी सलाखों में है.. कांग्रेस कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारियां भी हौसले को नहीं तोड़ पाएंगी। लगातार दूसरे दिन पुलिसिया अत्याचार जारी, मगर ये संघर्ष जारी है, जारी रहेगा।
इससे पहले कांग्रेस ने राहुल गांधी से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की पूछताछ को असंवैधानिक करार देते हुए मंगलवार को दावा किया कि सरकार को पार्टी के पूर्व अध्यक्ष से परेशानी इसलिए है कि उन्होंने किसानों, नौजवानों, मजदूरों की आवाज उठाई तथा कोरोना संकट एवं सीमा पर चीन की आक्रमकता को लेकर मोदी सरकार को घेरा।
पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने संवाददाताओं से कहा कि जब कोई प्राथमिकी ही दर्ज नहीं है तो फिर पूछताछ के लिए कैसे बुलाया जा सकता है। यह पूरी कार्रवाई असंवैधानिक और प्रतिशोध की राजनीति से प्रेरित है।
उन्होंने सवाल किया कि आखिर भाजपा के निशाने पर राहुल गांधी और कांग्रेस ही क्यों? क्या ईडी की कार्रवाई जनता के मुद्दे उठाने वाली मुखर आवाज को दबाने का षडयंत्र है?
उन्होंने कहा कि देशवासियों, इस क्रोनोलॉजी को समझिए। मोदी सरकार ने बौखला कर इलेक्शन मैनेजमेंट डिपार्टमेंट (ईडी) के पीछे छिपकर सत्यनिष्ठा की आवाज पर हमला बोला है। ये हमला विपक्ष की उस निर्भीक आवाज पर है जो जनता के सवालों को सरकार के सामने दृढ़ता से रखती है, जो जनता के मुद्दों को भयमुक्त होकर उठा रही है।