नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पार्टी का अध्यक्ष पद संभालने के साथ ही पार्टी में एकजुटता के प्रयासों को और मजबूत बनाने के तहत अपने सभी सांसदों, विधायकों और पार्टी पदाधिकारियों को शनिवार रात्रि भोज के लिए आमंत्रित किया है।
ऐसा माना जा रहा है कि कांग्रेस के लिए बेहद चुनौतीपूर्ण माने जाने वाले गुजरात और हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनावों के तुरंत बाद पार्टी की कमान संभालने वाले राहुल गांधी की ओर से अपने सांसदों, विधायकों और पार्टी पदाधिकारियों को रात्रि भोज के लिए आमंत्रित किया जाना इस बात का संकेत है कि पार्टी को एकजुट बनाये रखना उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है।
हालांकि गांधी के हाथों कांग्रेस की बागडोर के आने से पार्टी में युवा नेताओं का प्रभाव बढ़ने की संभावना है। लेकिन, सभी उम्र के सांसदों, विधायकों और पार्टी पदाधिकारियों को रात्रिभोज के लिए आमंत्रित कर संभवत. वह यह संकेत देना चाहते हैं कि उनकी नजर में पार्टी के सभी नेता और कार्यकर्ता, चाहे वह युवा हों या फिर उम्रदराज, समान महत्व रखते हैं।
शनिवार को गांधी ने यहां कांग्रेस मुख्यालय में पार्टी की बागडोर संभालने के बाद अपने पहले संबोधन में कहा भी था कि वह देश की इस सबसे पुरानी पार्टी को युवा और बुजुर्गों के समन्वय से चलाएंगे। (वार्ता)