प्रमुख बिंदु
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ट्रेनों से भोजन यान हटाने से रेलवे का इंकार
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3 टियर डिब्बे नहीं लगेंगे
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अमृतसर रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास होगा
नई दिल्ली। रेलवे ने शुक्रवार को इस बात से इंकार किया कि विभिन्न ट्रेनों से भोजन यान को हटाकर उनके स्थान पर वातानुकूलित 3 टियर डिब्बे लगाए जा रहे हैं। रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने एक सवाल के लिखित जवाब में राज्यसभा को यह जानकारी दी। उनसे पूछा गया था कि क्या सरकार 300 से अधिक रेलगाड़ियों से भोजन यान को हटाकर उन्हें वातानुकूलित 3 टियर डिब्बों से बदल रही है। वैष्णव ने इसके जवाब में कहा कि जी नहीं। ऐसा कोई निर्णय नहीं लिया गया है।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मौजूदा वैश्विक महामारी कोविड-19 को देखते हुए कोरोनावायरस के प्रसार को रोकने के लिए वातानुकूलित डिब्बों में लिनेन सेट (चादर आदि) मुहैया नहीं कराए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हालांकि विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर बहुउद्देशीय स्टॉल के माध्यम से 'बेडरोल' आदि बिक्री के लिए उपलब्ध कराए गए हैं।
रेलमंत्री ने एक अन्य सवाल के जवाब में कहा कि इंडियन रेलवे स्टेशन डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड (आईआरएसडीसी) ने अमृतसर रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास की योजना बनाई है। अमृतसर स्टेशन के पुनर्विकास के लिए अर्हता अनुरोध (आरएफक्यू) को अंतिम रूप दे दिया गया है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी को रोकने के लिए रेलवे ने 23 मार्च 2020 से सभी पैसेंजर रेलगाड़ियों को बंद कर दिया है। वर्तमान स्थिति में राज्य सरकार के सुझावों और चिंताओं तथा स्वास्थ्य परामर्श को ध्यान में रखते हुए सीमित ठहरावों के साथ सिर्फ स्पेशल रेलगाड़ियां ही चलाई जा रही हैं।
वैष्णव ने कहा कि 1 अगस्त 2021 तक भारतीय रेल ने दैनिक औसत आधार पर 6,166 स्पेशल रेलगाड़ी सेवाओं का परिचालन किया है जिनमें 1,517 मेल व एक्सप्रेस रेलगाड़ियां तथा 846 पैसेंजर रेलगाड़ियां शामिल हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय रेल वर्तमान स्थिति पर कड़ी नजर रख रही है और तदनुसार गाड़ी सेवाओं के परिचालन को विनियमित कर रही है।(भाषा)