नई दिल्ली। दक्षिण अंडमान सागर के ऊपर चक्रवाती परिसंचरण के प्रभाव से दक्षिण अंडमान सागर और दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी के आसपास के क्षेत्र में एक कम दबाव का क्षेत्र बन गया है। संबद्ध चक्रवाती परिसंचरण मध्य क्षोभमंडल स्तर तक फैल रहा है। ऐसे निम्न दबाव के उत्तर-पश्चिम दिशा में बढ़ने की उम्मीद है और अगले 48 घंटों में एक डिप्रेशन में सशक्त हो सकता है। पूर्वोत्तर मध्यप्रदेश के ऊपर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है।
स्काईमेट के अनुसार एक ट्रफ रेखा मध्यप्रदेश पर बने चक्रवाती परिसंचरण से विदर्भ, रायलसीमा और तमिलनाडु होते हुए कोमोरिन क्षेत्र तक फैली हुई है। एक अन्य ट्रफ रेखा चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र से छत्तीसगढ़, झारखंड और पश्चिम बंगाल होते हुए मेघालय तक फैली हुई है।
पिछले 24 घंटों के दौरान गंगीय पश्चिम बंगाल, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और केरल, तटीय ओडिशा और कर्नाटक के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हुई। बाकी केरल, उपहिमालयी पश्चिम बंगाल, ओडिशा, झारखंड और पूर्वी बिहार में हल्की से मध्यम बारिश हुई। मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, तटीय आंध्रप्रदेश और दक्षिण पूर्व उत्तरप्रदेश, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, लक्षद्वीप और तमिलनाडु में अलग-अलग स्थानों पर हल्की बारिश हुई। राजस्थान में धूलभरी आंधी और गरज के साथ हल्की बारिश हुई।
अगले 48 घंटों के दौरान अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में मध्यम से भारी बारिश की संभावना है। अगले 2 दिनों तक अंडमान के साथ-साथ दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर भी समुद्र की स्थिति खराब रहेगी। पवन गति 40 से 50 किमी प्रति घंटे रह सकती है। असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, केरल, कर्नाटक के कुछ हिस्सों, तटीय ओडिशा और पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। बाकी पूर्वोत्तर भारत, बिहार, झारखंड, आंध्रप्रदेश, आंतरिक कर्नाटक और पश्चिमी हिमालय में हल्की बारिश संभव है। राजस्थान के कुछ हिस्सों में 7 मई तक लू शुरू हो सकती है।