चेन्नई। दक्षिण भारतीय फिल्मों के सुपरस्टार रजनीकांत ने राजनीतिक पार्टी गठित करने की रविवार को घोषणा करते हुए कहा कि वे राज्य में सुशासन और सकारात्मक बदलाव लाना चाहते हैं।
रजनीकांत ने अपनी पार्टी गठित करने की घोषणा के साथ कहा कि उनकी पार्टी आगामी विधानसभा की सभी 234 सीटों पर चुनाव लड़ेगी और राज्य में सुशासन एवं सकारात्मक बदलाव लाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि अगर वे 3 साल के अंदर ऐसा नहीं कर पाए तो मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दे देंगे। सुपरस्टार ने कहा कि वर्तमान में राजनेता लोगों को उनकी ही जमीन पर उन्हीं के पैसे लूट रहे हैं और वे स्थानीय चुनाव नहीं लड़ेंगे, क्योंकि उनके पास समय नहीं बचा है।
रजनीकांत ने कहा कि सच्चाई, काम और प्रगति- ये पार्टी के 3 मंत्र होंगे। वर्तमान में राज्य में लोकतंत्र खराब दौर में है और दूसरे राज्य हमारे राज्य का मजाक बनाते हैं। अगर मैं अभी राजनीति में कदम रखने का फैसला नहीं लेता तो स्वयं को दोषी मानता।
सुपरस्टार की इस घोषणा के साथ ही उनके समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ गई और लोग जगह-जगह जश्न मना रहे हैं। जाने-माने अभिनेता अनुपम खेर ने सुपरस्टार के इस कदम का स्वागत करते हुए ट्वीट किया कि साल का अंतिम दिन साल की सबसे बड़ी खबर को लाया है। रजनीकांत राजनीति में आ रहे हैं, जय हो।
इस बीच भारतीय जनता पार्टी के सुब्रह्मण्यम स्वामी ने ट्वीट किया कि रजनीकांत ने केवल राजनीति में कदम रखने की घोषणा की है। उनके पास कोई विस्तृत जानकारी अथवा दस्तावेज नहीं है। उनके पास शिक्षा भी नहीं है। यह केवल मीडिया में चर्चा का विषय है, तमिलनाडु की जनता समझदार है।
रजनीकांत के राजनीति में आने के फैसले पर अन्नाद्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) के वरिष्ठ नेता एवं राज्य के मत्स्यपालन मंत्री डी. जयकुमार ने कहा कि भारत एक लोकतांत्रिक देश है। कोई भी राजनीति में आ सकता है। इसे स्वीकार करना या न करना तो लोगों पर निर्भर है। लोग ही जज होते हैं।
हथकरघा मंत्री ओएस मणियन ने नागपत्तनम में पत्रकारों से कहा कि 67 साल के रजनीकांत की सेहत को देखते हुए हो सकता है कि राजनीति उनके लिए आदर्श जगह न हो। भाजपा की प्रदेश अध्यक्ष टी. सुंदरराजन ने कहा कि उनकी पार्टी ने हमेशा राजनीति में रजनीकांत का स्वागत किया है।
दक्षिण से लेकर हिन्दी फिल्मों में एक्शन के दम पर लोगों के दिलों पर राज करने वाले रजनीकांत की नई भूमिका का ऐलान होते ही तमिलनाडु की राजनीति में एक नई पार्टी का जन्म हो गया है। उन्होंने वरिष्ठ पत्रकार चो रामास्वामी को अपना आदर्श बताया है।
उन्होंने कहा कि वे अपना कर्तव्य निभाना चाहते हैं। वे कायर नहीं हैं और वे पीछे नहीं हटेंगे और राजनीति में आ रहे हैं। मैं तमिलनाडु की जनता को नीचे नहीं जाने दूंगा। उनका सिर नहीं झुकने दूंगा। मैं अपने प्रशंसकों को धन्यवाद करता हूं कि लोगों ने 6 दिन तक मेरे फैसले का इंतजार किया।
जयललिता के निधन के बाद दक्षिण की राजनीति में एक लोकप्रिय चेहरे की कमी महसूस की जा रही थी। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि रजनीकांत इस खाली जगह को भर सकते हैं। वे इस समय दक्षिण के सबसे बड़े सुपरस्टार हैं। उनकी फिल्मों की इतनी लोकप्रियता है कि लोग उन्हें 'अवतार' से कम नहीं समझते हैं। उन्हीं की तरह कमल हासन भी लोकप्रिय हैं और वे भी राजनीति में आने का ऐलान कर चुके हैं।
रजनीकांत ने अपनी पिछली बैठकों में लोगों के दौलत, शोहरत और ताकत वालों के पैरों पर गिरने के खिलाफ कहा था कि किसी को भी सिर्फ ईश्वर और माता-पिता के आगे ही नतमस्तक होना चाहिए, जिन्होंने कि हमें जीवन दिया है। जिनके पास दौलत, शोहरत और ताकत है, उन लोगों के पैरों पर गिरने की कोई जरूरत नहीं है। (वार्ता)