किसानों के मुद्दे पर विपक्ष ने सरकार को लिया आड़े हाथ

Webdunia
बुधवार, 19 जुलाई 2017 (15:00 IST)
नई दिल्ली। राज्यसभा में बुधवार को विपक्षी सदस्यों ने देश में अन्न संकट के मुद्दे को जोरदार तरीके से उठाते हुए कहा कि शून्य आयात शुल्क (जीरो ड्यूटी इम्पोर्ट) की वजह से किसानों को अपनी फसल औने-पौने दामों में बेचनी पड़ रही है और देश का अन्नदाता आत्महत्या करने के लिए मजबूर हो रहा है।
 
उच्च सदन की बैठक शुरू होने के तत्काल बाद ही सदस्यों ने किसानों का मुद्दा उठाया। इस मुद्दे पर कार्यवाही स्थगित कर चर्चा करने के लिए कई सदस्यों ने नियम 267 के तहत नोटिस दिए थे। 
 
उपसभापति पीजे कुरियन ने बताया कि इस मुद्दे पर नियम 267 के तहत चर्चा करने के लिए उन्हें कांग्रेस के आनंद शर्मा, प्रमोद तिवारी, जदयू के शरद यादव, सपा के रामगोपाल यादव और नरेश अग्रवाल के नोटिस मिले हैं। कुरियन ने कहा कि इस मुद्दे पर चर्चा के लिए मंजूरी दी जा चुकी है और जब बहस होगी तब सदस्य अपनी बात रख सकते हैं।
 
इससे पहले यह मुद्दा उठाते हुए जदयू के शरद यादव ने कहा कि हर दिन कम से कम 15 से 20 किसान आत्महत्या कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसानों ने विषम हालात में भी दालों का उत्पादन 33 फीसदी बढ़ाया लेकिन सरकार ने आयात शुल्क शून्य कर दिया जिससे सस्ती दालों की खेप देश में आने लगी। इसकी वजह से किसान अपने उत्पाद को औने-पौने दामों में बेचने पर मजबूर हो गई।
 
कांग्रेस के दिग्विजय सिंह ने कहा कि किसानों को उनके उत्पाद के उचित मूल्य के बजाय गोलियां मिल रही हैं व सरकार का ध्यान आकृष्ट करने के लिए देशभर से किसानों के प्रतिनिधि राजधानी दिल्ली आ कर जंतर-मंतर पर धरना दे रहे हैं। अन्य दलों के सदस्यों ने भी इस मुद्दे पर अपनी बात रखनी चाही लेकिन उपसभापति ने कहा कि इस मुद्दे पर चर्चा के लिए जब मंजूरी दी जा चुकी है तब सदस्यों को बहस के दौरान ही अपने अपने मुद्दे उठाने चाहिए।
 
इससे पहले बैठक शुरू होने पर सपा के नरेश अग्रवाल ने व्यवस्था का प्रश्न उठाते हुए कहा कि 7वें वेतन आयोग की सिफारिशें लागू हो चुकी हैं और सांसदों के वेतन-भत्तों के लिए योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में गठित समिति भी अपनी सिफारिशें दे चुकी है, लेकिन इसके बावजूद सांसदों के वेतन-भत्तों में कोई वृद्धि नहीं की गई। उन्होंने शिकायत की कि विधायकों और सचिवों तक का वेतन सांसदों से अधिक है और मीडिया में इस तरह का प्रचार किया जाता है, मानो सांसद विलासितापूर्ण जीवन जी रहे हैं।
 
कांग्रेस के आनंद शर्मा ने कहा कि यह मुद्दा सभी सांसदों से जुड़ा है और सांसद नियमों से चलता है। उन्होंने यह भी कहा कि हिन्दुस्तान में सांसदों को बहुत अपमानित और प्रताड़ित कर कहा जाता है कि ये लोग अपना वेतन खुद ही बढ़ा लेते हैं। उन्होंने मांग की कि सांसदों का वेतन वरिष्ठ नौकरशाह से 1 रुपया अधिक होना चाहिए। (भाषा)
Show comments

जरूर पढ़ें

Changur Baba : छांगुर बाबा की पूरी कहानी, धर्मांतरण का रैकेट और करोड़ों की संपत्ति, STF और ATS के चौंकाने वाले खुलासे

भारत में पहली बार डिजिटल जनगणना : अब खुद भर सकेंगे अपनी जानकारी

प्रियंका और माही की बीमारी के आगे क्‍यों लाचार हुए पूर्व CJI, क्‍या है उनका बंगला कनेक्‍शन

UP : अंबेडकरनगर सरकारी आवास से मिले 22.48 लाख रुपए के 100 और 500 के पुराने नोट, ACMO की 11 साल पहले हुई थी मौत, बेड और अटैची से मिलीं नोटों की गड्डियां

क्यों डरे हुए हैं अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, घर और बाहर दोनों जगह घिरे

सभी देखें

नवीनतम

भारत और ब्राजील में हुआ 20 अरब अमेरिकी डॉलर का व्यापारिक समझौता, आतंकवाद की कड़ी निंदा की

LIVE : बिहार में प्रदर्शनकारियों ने रोकी ट्रेनें, ट्रेड यूनियनों के भारत बंद का सिलीगुड़ी में भी असर

ब्रिक्स देशों से क्यों नाराज हैं ट्रंप, भारत, चीन समेत इन देशों पर 10 फीसदी अतिरिक्त टैरिफ की तैयारी

Weather Update: दिल्ली-NCR में बढ़ा इंतजार, किन राज्यों में जमकर हो रही है बरसात?

मध्यप्रेदश ग्रोथ कॉन्क्लेव: समृद्ध और विकसित शहर बनेंगे प्रदेश के समावेशी विकास की आधारशिला

अगला लेख