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रतन टाटा को अलविदा कहने आया प्‍यारा दोस्त 'गोवा', पार्थिव देह के पास से हटने को तैयार नहीं, हर कोई फफककर रो पड़ा

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वेबदुनिया न्यूज डेस्क

, गुरुवार, 10 अक्टूबर 2024 (17:27 IST)
Ratan tata and his Dog Goa : सर रतन टाटा का कुत्‍तों के प्रति प्‍यार जगजाहिर है। बचपन से लेकर अब तक वे कुत्‍तों से प्‍यार करते रहे। उनकी संरक्षण में कई कुत्‍तों की देखभाल होती है। यहां तक कि मुंबई में होटल ताज के परिसर में भी कुत्‍तों की आवाजाही या एंट्री पर कोई रोक नहीं है। रतन टाटा ने इस बारे में साफ और सख्‍त निर्देश जारी कर रखे थे कि ताज होटल के परिसर में बैठे या घूमते किसी भी कुत्‍ते को कोई नहीं भगाएगा। यहां तक कि खुद रतन टाटा ने कई कुत्‍ते पाल रखे थे।
अब जब रतन टाटा नहीं रहे हैं और 10 अक्‍टूबर की शाम 4 बजे करीब उनका अंतिम संस्‍कार किया गया तो उनके साथ रहने वाला उनका एक कुत्‍ता गोवा उनके शव के पास से हटने के लिए तैयार नहीं था। जब अंतिम संस्‍कार के पहले टाटा की पार्थिव देह दर्शन के लिए रखी गई तो वहां उनके कुत्‍ते गोवा को भी लाया गया। लेकिन जब दर्शन के बाद उसे फिर से ले जाया गया तो गोवा वहां से हटने के लिए तैयार नहीं था। वो लगातार देह के पास रहने की कोशिश करता रहा। अपने मालिक की देह को गोवा लगातार निहारता रहा और बेचैन होता रहा। यह दृश्‍य देखकर वहां माहौल और ज्‍यादा गमगीन हो गया और वहां मौजूद हर शख्‍स फफककर रो पड़ा।

गोवा नाम का यह कुत्ता रतन टाटा के बेहद करीब था। टाटा सालों पहले इसे गोवा से लाए थे, जिसके बाद इसका नाम 'गोवा' रखा गया।

ऐसा था टाटा का कुत्‍तों के लिए प्‍यार : सादा जीवन, उच्च विचार के सिद्धांत को जीने वाले रतन टाटा ने पूरी उम्र परोपकार को कारोबार से ऊपर रखा। इसी भाव ने उन्हें पशु प्रेमी बना दिया। उनके पशु प्रेम की पराकाष्ठा यह थी कि वो बकिंघम पैलेस से आए न्योते को स्वीकार कर भी नहीं गए क्योंकि उनका पालतू कुत्ता बीमार था। दरअसल, इंग्लैंड के राजा चार्ल्स उन्हें पशु प्रेम के लिए ही सम्मानित करना चाहते थे, लेकिन रतन टाटा ने आखिरी समय पर मीटिंग कैंसिल कर दी। यह किस्सा बिजनेसमैन सुहेल सेठ ने एक वीडियो में बताया जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था।
Edited by Navin Rangiyal

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