दुनिया में सबसे ज्यादा पोर्न साइटें देखी जाती हैं, जिसे देखने वालों की संख्या करोड़ों में है। इंटरनेट पर इन साइटों को देखना आसान और बहुत सहज होता है, इसीलिए इन गंदी साइटों का बाजार भी लगातार और गर्म होता जा रहा है। पोर्न साइटों से बिलग आज विश्व में देहव्यापार का बाजार भी तेजी के साथ फलफूल रहा है। लड़कियों की जितनी ज्यादा कम उम्र रहती है, उसकी कीमत भी ऊंची रहती है।
अपनी देह का व्यापार करना आज भी पूरे विश्व में महिलाओं की दैहिक स्वतंत्रता पर कलंक है। भारत में जहां महिलाओं को पूज्य माना गया है, वहां भी लंबे समय से महिलाएं देह व्यापार जैसे घिनौने धंधे में उतरने को मजबूर हैं। 1956 में पीटा कानून के तहत वेश्यावृत्ति को कानूनी वैधता दी गई, परंतु 1956 में इसमें संशोधन करके नई शर्ते जोड़ दी, जिससें सार्वजनिक सेक्स को अपराध की श्रेणी में माना गया और यहां तक कि इसमें सजा का भी प्रावधान किया गया लेकिन इसे विडंबना या दुर्भाग्य ही कहें, आज भी देश में कई ऐसे सुनसान इलाके हैं, जहां लड़कियां जिस्मफरोशी करने पर मजबूर हैं।
आज देश के महानगरों में देह व्यापार अन्य धंधों से सबसे ज्यादा फायदे का साबित होता दिखाई दे रहा है। लड़कियों को यह लालच रहता है, जो काम वह महीने भर किसी ऑफिस में घंटों सिर खपाने के बाद भी उतना वेतन नहीं पा सकती, जितना कि वे एक दिन में कुछ घंटे में कमा लेती हैं। यह कड़वा सच है कि महानगरों में कई लड़कियां अपने शरीर को हवस के भूखों को सौंपकर न केवल अपनी जरूरतों को पूरा कर रही हैं बल्कि वे पूरा घर ही नहीं चला रही है बल्कि घर में रहने वाले बच्चों की फीस तक का इंतजाम कर रही हैं। हवस के पुजारी आते हैं और अपनी गर्मी कुछ मिनटों में खत्म करके चले जाते हैं, बदले में उनका पर्स हजारों नोटों से भर जाता है।
तकनीक के नए उपकरण आने के बाद सेक्स का धंधा भी हाईटेक हो गया है। व्हाट्सऐप पर ग्रुप तक बने हुए हैं और जरूरत के मुताबिक देहव्यापार का धंधा जोरशोर से चल रहा है। एस्कॉर्ट सर्विस जहां पर हाईप्रोफाइल कॉलगर्ल्स और खुशनुमा समय बिताने के लिए खूबसूरत और मॉर्डन युवतियां ऑनलाइन उपलब्ध होती हैं। भारत ही नहीं कई विदेशी मुल्कों से बाकायदा लड़कियां ऑन डिमांड बुलाई जाती हैं और उन्हें मोटी रकम अदा की जाती हैं। सबसे ज्यादा डिमांड रूसी, उज्बेकिस्तान और यूक्रेन की गोरी लड़कियों की होती है, जो बाकायदा पांच सितारा होटलों में अपने चाहने वालों का बिस्तर गर्म करती हैं। बदले में इतनी ज्यादा रकम अपने घर ले जाती है, जिससे उनके घरों की जरूरतें आसानी से पूरी हो जाती हैं। भारत के ऐसे 10 रेड लाइट एरिया हैं जिनकी चर्चा एशिया ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में होती है।
अगले पन्ने पर, देश की राजधानी...
1. जीबी रोड़ दिल्ली : दिल्ली देश की राजधानी है और देहव्यापार के लिए यहां जीबी रोड़ काफी ख्यात है। जीबी रोड का पूरा नाम गारस्टिन बास्टिन रोड है। यह राजधानी का सबसे बड़ा रेडलाइट इलाका है। हालांकि इसका नाम 1965 में बदलकर स्वामी श्रद्धानंद मार्ग कर दिया गया है लेकिन आज भी लोग इसे जीबी रोड के नाम से ही पुकारते हैं। इस इलाके का भी अपना इतिहास है। कहा जाता है कि यहां मुगलकाल में कुल पांच रेडलाइट एरिया यानी कोठे हुआ करते थे।
अंग्रेजों के समय इन पांचों क्षेत्रों को एक साथ कर दिया गया और उसी समय इसका नाम जीबी रोड पर रखा गया। जानकारों के मुताबिक देहव्यापार का यहां सबसे बड़ा कारोबार होता है। नेपाल और बांग्लादेश से कम उम्र की लड़कियों को यहां पर लाकर देहव्यापार में झोंक दिया जाता है। यहां पर एक ही कमरे में कई केबिन बने हैं, जहां एक साथ कई ग्राहकों को लड़कियां परोसी जाती हैं। यहां पर कई बार छापे भी पड़ते हैं और कुछ दिनों तक यहां कामकाज धीमा हो जाता है लेकिन बाद में एक बार फिर से जीबी रोड़ पर रंगीनियां लौट आती हैं। अगले पन्ने पर, देश की आर्थिक राजधानी....
2. बुधवार पेठ पुणे : पुणे का बुधवार पेठ स्थान भी देश के फेमस रेडलाइट एरिया में शुमार किया जाता है। यहां पर बड़ी संख्या में नेपाली लड़कियां देह व्यापार में संलिप्त हैं। इन लड़कियों को बहला-फुसलाकर लाया जाता है और फिर देहव्यापार के धंधे में धकेल दिया जाता है। पहले इन लड़कियों की मजबूरियां रहती थी लेकिन बाद में यह पेशे की शख्ल ले लेती है। हैरत तो इस बात की है कि बुधवार पेठ पुणे के विश्व विख्यात दगडूसेठ गणपति के निकट ही है। जो लोग देर से मंदिर दर्शन करने जाते हैं, लौटते वक्त मुख्य सड़क पर आपको अपनी ओर लुभाने वाली कई युवतियां मिल जाएंगी।
3. नागपुर का गंगा-जमुना : नागपुर को महाराष्ट्र की उपराजधानी माना जाता है और यह शहर देश का सबसे सुंदर शहर होने का तमगा भी हासिल कर चुका है लेकिन इसी सुंदर शहर में खूबसूरत लड़कियां आपको जिस्म का सौदा करते हुए मिल जाएंगी। नागपुर में जिस्मफरोशी का ठिकाना है गंगा जमुना इलाके में न सिर्फ जिस्म का सौदा होता है, बल्कि यह इलाका कई तरह के अपराधों का अड्डा भी बना हुआ है।
4. ग्वालियर : मध्यप्रदेश में तरह से सिंधिया परिवार की सरजमीं पर ग्वालियर में रेशमपुरा एक बड़ा रेडलाइट इलाका है। यहां पर विदेशी लड़कियों के साथ मॉडल्स, कॉलेज गर्ल्स भी हमेशा उलपब्ध रहती हैं। जो कॉलेज गर्ल्स देहव्यापार से जुड़ी हैं, उनके लिए बाकायदा ऑफिस भी खोले जाने लगे हैं। इंटरनेट और मोबाइल पर आने वाली सूचनाओं के आधार पर कॉलेज में पढ़ने वाली लड़कियों की बुकिंग होती है। ई-मेल या मोबाइल पर ही ग्राहक को डिलीवरी का स्थान बता दिया जाता है। चौंकाने वाली यह भी जानकारी सामने आई है कि कॉलेज गर्ल्स ठेके पर या फिर मासिक वेतन पर भी रखी जाती हैं।
5. मीरगंज, इलाहाबाद : यूं तो इलाहाबाद गंगा, जमुना और सरस्वती की त्रिवेणी के चलते प्रयागराज तीर्थ के रूप में पूरे भारत में प्रसिद्ध है लेकिन यहां बाजार चौक में मीरगंज इलाके ऐतिहासिक रेड लाइट इलाका है, जो करीब डेढ़ सौ साल पुराना है। यहां की पुरानी इमारतों से ढकी हुई बंद गलियों में आपको यहां का वेश्या बाजार दिखाई देगा। हर घर के बाहर सज धजकर तैयार महिलाएं हर आने जाने वाले को अपने पास बुलाती हुई नजर आ जाएंगी। यह यहां का रेडलाइट इलाका है। इस रेडलाइट इलाके में पहले कोठे चलते थे और पुराने जमीदार मुजरा देखने आते थे। काशी पूरे देश में कभी शिक्षा का केंद्र रहा है जबकि मीरगंज का इलाका कोठे के लिए भी मशहूर रहा है।
6. चतुरभुज, मुजफ्फरपुर : बिहार का मुजफ्फरपुर इलाका राज्य के सबसे बड़े रेडलाइट इलाकों में से एक है। बताया जाता है कि यह उत्तरी बिहार का सबसे बड़ा वेश्या बाजार है।
7. शिवदासपुर, वाराणसी : वाराणसी दुनिया के प्राचीन शहरों में से एक है और यह हिंदुओं का सबसे पवित्र तीर्थ माना जाता है लेकिन यहां का इतिहास भी कई पुरानी गलियों में दिखाई देता है। यहां की दालमंडी और शिवदासपुर जैसे इलाकों में सालों से देह व्यापार किया जा रहा है। यहां देहव्यापर की मंडियां हैं।
वाराणसी रेलवे स्टेशन से महज तीन किलोमीटर दूर स्थित शिवदासपुर का इलाका रेडलाइट इलाके के रूप में फेमस है। यह एक तरह से उत्तरप्रदेश का सबसे बड़ा रेडलाइट इलाका है। इसी तरह यहां स्थित दालमंडी इलाका भी तमाम तरह के कानूनी पाबंदियों के बाद भी आज भी चल रहा है। यहां की तंग गलियों के बाहर खड़ी लड़कियां ग्राहकों को उसी पारंपरिक तरीके से रिझाती हुई नजर आती हैं, जैसे एक समय यहां चलने वाले कोठे में पारंपरिक रूप से चलन में था।
8. मेरठ कबाड़ी बाजार : पश्चिमी उत्तरप्रदेश के सबसे बड़े शहर मेरठ में स्थित कबाड़ी बाजार बहुत ही पुराना रेडलाइट इलाका है। यहां पर अंग्रेजों के जमाने से देह व्यापार किया जाता है। यहां पर देहव्यापार के धंधे में अधिकांश नेपाली लड़कियां हैं।
9 कमाठीपुरा, मुंबई : फैशन, फिल्मों और बिजनेस का शहर माया नगरी मुंबई का एक इलाका कमाठीपुरा पूरी दुनिया का सबसे प्रमुख रेडलाइट एरियों में चर्चित है। इस एरिये का इतिहास 1795 में पुराने बॉम्बे के निर्माण से शुरू होता है। बताया जाता है कि इस इलाके में निर्माण क्षेत्र में काम करने वाली आंध्रप्रदेश की महिलाओं ने यहां पर देहव्यापार का धंधा शुरू किया और कुछ सालों में यानी 1880 में यह क्षेत्र अंग्रेजों के लिए ऐशगाह बन गया। कमाल की बात यह है कि आज भी देहव्यापार के लिए इस क्षेत्र को पूरे देश में बखूबी जाना जाता है। एक अनुमान के मुताबिक यहां करीब 2 लाख सेक्सवर्कर का परिवार रहता है, जो पूरे एशिया में सबसे बड़ा है।
10. सोनागाछी, कोलकाता : देश के पूर्वी भाग के सबसे बड़े महानगर कोलताता के सोनागाछी को एशिया का सबसे बड़ा रेडलाइलट इलाका माना जाता है। अनुमान के मुताबिक यहां कई बहुमंजिला इमामतें हैं, जहां करीब 11 हजार वेश्याएं देह व्यापार में लिप्त हैं। उत्तरी कोलकाता के शोभा बाजार के समीप स्थित चित्तरंजन एवेन्यू में स्थित इलाके में वेश्यावृत्ति से जुड़ी महिलाओं को बाकायदा लाइसेंस दिया गया है। यहां पर इस व्यापार को कई तरह के समूह चलाते हैं, जिन्हें एक तरह से गैंग कहा जाता है। एक अनुमान के मुताबिक इस इलाके में 18 साल से कम उम्र की करीब 12 हजार लड़कियां सेक्स व्यापार में शामिल हैं।