मुंबई में बड़ा हादसा, लाल बत्ती के कारण बच गई कई वाहन चालकों की जान

Webdunia
शुक्रवार, 15 मार्च 2019 (08:20 IST)
मुंबई। ट्रैफिक की लाल बत्ती न केवल दुर्घटना रोकती है बल्कि चालकों की जान की किस प्रकार रक्षा कर सकती है, इस बात का अंदाजा तब लगा जब यहां गुरुवार शाम फुट ब्रिज ढहने के दौरान ट्रैफिक सिग्नल पर लाल बत्ती पर रूके कई वाहन चालक इस बड़े हादसे के शिकार होने से बच गए। 
 
लाल बत्ती नहीं हुई होती तो मोटर चालक सीएसएमटी रेलवे स्टेशन के पास पुल ढहने के दौरान उसके नीचे से गुजर रहे होते और हादसे का शिकार हो जाते। यह पुल भीड़-भाड़ वाले छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस रेलवे स्टेशन को आजाद मैदान पुलिस थाना से जोड़ता था।
 
दुर्घटना के वक्त सिग्नल पर इंतजार कर रहे एक प्रत्यक्षदर्शी ने कहा, 'हम सब सिग्नल पर बेसब्री से इंतजार कर रहे थे क्योंकि बत्ती लाल थी। बत्ती हरी होने से पहले पुल लोगों समेत ढह गया। अगर बत्ती पहले हरी हो गई होती तो स्थिति और भयावह हो सकती थी।'
 
उसने कहा, 'यह ऐसा वक्त था जब पूरी मुंबई घर जाने के लिए भागती है। हम भी घर जल्दी पहुंचना चाहते थे लेकिन अब मैं राहत महसूस कर रहा हूं कि बत्ती लाल थी। अन्यथा मैं भी घायल हो गया होता।'
 
दुर्घटना के वक्त एक टैक्सी चालक पुल के पास था और वह किसी तरह से बच पाया। हालांकि उसकी टैक्सी क्षतिग्रस्त हो गई। उसके पीछे चल रहे वाहन समय से रुक गए और बड़ी त्रासदी होने से बच गई। इस दुर्घटना में 6 लोगों की मौत हो गई और 31 से ज्यादा घायल हुए हैं। (भाषा)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

Operation Sindoor के दौरान POK पर कब्जा क्यों नहीं किया, प्रधानमंत्री मोदी से किसने किया यह सवाल

कर्नाटक में 18 भाजपा विधायकों का निलंबन हुआ रद्द, विधानसभा अध्यक्ष खादर ने दी यह नसीहत

हिंदू मजबूत होंगे तभी दुनिया में... RSS प्रमुख मोहन भागवत ने क्यों कहा ऐसा

भारत बना दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था, जापान को पछाड़ा, प्रति व्यक्ति आय में हुई बढ़ोतरी

पहलगाम हमले पर भाजपा सांसद जांगड़ा के बयान पर बवाल, क्या है कांग्रेस की मोदी से मांग

सभी देखें

नवीनतम

नीति आयोग की बैठक में नहीं शामिल हुए CM नीतीश, तेजस्वी यादव ने किया ऐसा कटाक्ष

इसराइल ने गाजा पर फिर किए हमले, बच्चों समेत 38 लोगों की मौत

UP : कंटेनर से टकराई बेकाबू कार, 4 लोगों की मौत

अमृतसर में अकाली दल के पार्षद की गोली मारकर हत्या, मिल रहे थे धमकीभरे कॉल, 3 हमलावर पहचाने गए

Operation Sindoor के दौरान POK पर कब्जा क्यों नहीं किया, प्रधानमंत्री मोदी से किसने किया यह सवाल

अगला लेख